SC:महापौर की दावेदारी”भाजपा”कांग्रेस दोनों ही दलों में लंबी कतार..एक छुपा नाम जो सामने आ सकता है…देखिए नाम और फोटो
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रायगढ़ नगर पालिक निगम महापौर सीट के लिए आरक्षण हो चुका है। जिसमें रायगढ़ महापौर पद के लिए एससी मुक्त सीट है। ऐसे में अब दावेदारों की लाईन बढ़ गई है।
पूर्व महापौर कांग्रेस से इस्तीफा देने के बाद~जेठू राम मनोहर निर्दलीय चुनाव लड़ सकते हैं~
महापौर के लिए कुलदीप की एंट्री के बाद कई शुभचिंतक पहुंचे बधाई देने…कुलदीप का कहना है…कि रायगढ़ की जनता…का मिलेगा आशीर्वाद
भाजपा महापौर के लिए ये नाम रेस में…
राकेश रात्रे,प्रदीप श्रृंगी,नरेश गोरख,रंजू संजू,परदेशी मिरी, संगीता सोनकर भाटिया,अभिलाष कछवाहा,बिना चौथा,त्रिवेणी डेहरे,जीवर्धन चौहान,शशिभूषण चौहान~महापौर की रेस में शामिल>>>
रायगढ़।नगर निगम का अगला महापौर अनुसूचित जाति वर्ग से होगा।रिजर्वेशन की प्रक्रिया संपन्न होने के बाद अब राजनैतिक सरगर्मियां बढ़ने लगी है।भाजपा-कांग्रेस दोनों ही दलों में दावेदारों की लंबी लाईन है। महापौर पद के लिए भाजपा से पूर्व पार्षद परदेशी मिरी,युवा तुर्क रंजू संजू,प्रदीप श्रृंगी, राकेश रात्रे,पूर्व एल्डरमैन नरेश गोरख,अभिलाष कछुवाहा,शशि भूषण चौहान,जीवर्धन चौहान और महिला की बात करें तो~संगीता सोनकर भाटिया,बिना चौथा,त्रिवेणी~डेहरे>>>
एक छुपा नाम जो सामने आ सकता है~रामजाने भारद्वाज~रायगढ़ विधायक ओपी चौधरी के विश्वसनीय टीम का युवा नेता..महापौर की रेस में शामिल>>>
वही बात करें तो कांग्रेस में महापौर के लिए छोटी…रेस में..कौन-कौन
पूर्व कांग्रेस माहपौर श्रीमती जानकी अमृत काटजू,कांग्रेस महिला जिला अध्यक्ष रानी चौहान,पूर्व पार्षद लखेश्वर मिरी,पूर्व पार्षद मुरारी भट्ट व नारायण गोरे पूर्व एल्डरमैन, कांग्रेस पूर्व पार्षद विनोद महेश, और हरिराम खूटे का नाम शामिल>>>
नगर निगम चुनाव में रायगढ़ नगर पालिक निगम में दो बार कांग्रेस, एक बार भाजपा व एक बार निर्दलीय प्रत्याशी किन्नर मधुबाई महापौर निर्वाचित हुए है। अगले मेयर के सवाल पर रोचक संघर्ष छिडऩे के पूरे आसार नजर आ रहे हैं। विधानसभा व लोकसभा चुनाव में मुंह की खाने के बाद निश्चित तौर पर कांग्रेस इस बार लाज बचाने के मकसद से मैदान मे उतरेगी। वहीं, सत्तारूढ़ दल भाजपा का हौसला सातवें आसमान पर है।
वित्तमंत्री ओपी चौधरी नगरीय निकाय चुनाव को लेकर बेहद संजीदा हैं~क्योंकि वे इस तथ्य से भली-भांति वाकिफ हैं~कि नगर निगम चुनाव के बाद रायगढ़ में सियासत की धारा परिवर्तित होने लगती है, इसलिए स्वाभाविक है कि चौधरी साफ-सुथरी छवि के जिताऊ,टिकाऊ व काबिल चेहरे पर दांव लगाएंगे।भाजपा में महापौर की उम्मीदवारी के लिए तकरीबन आधा दर्जन से ज्यादा दावेदार ‘क्यू’ में हैं।
कौन किस पार्टी के नेता का करीबी….
महापौर पद पर पूर्व पार्षद परदेशी मिरी की नजर है।गुटीय दृष्टिकोण से पूर्व विधायक विजय अग्रवाल के खास शागिर्द परदेशी मिरी इस बार अपना दावा आसानी से छोडऩे वाले नहीं है।
पूर्व जिला भाजपा अध्यक्ष उमेश अग्रवाल के अत्यंत प्रिया पात्र रंजू संजू का नाम इस दिनों चर्चा में है।बीते वर्षों में अपनी सक्रियता व सतत् जनसंपर्क से रंजू संजू ने अपना सशक्त जनाधार तैयार किया है। उनकी दावेदारी का सकारात्मक पहलू यह है कि वे युवा चेहरे हैं।
वहीं,महापौर पद के लिए सतनामी समाज के युवा तर्क प्रदीप श्रृंगी का नाम जोर-शोर से चल रहा है। प्रदीप श्रृंगी छात्र जीवन से राजनीति में एक्टिव हैं। एक बार प्रदीप ने कामर्स कॉलेज छात्र संघ अध्यक्ष व एक बार वार्ड पार्षद चुनाव लड़ा था, लेकिन दोनों ही बार प्रदीप को उनकी किस्मत ने दगा दे दिया। इस बार माहौल उनके अनुकूल है। देखने वाली बात यह होगी कि टिकट का सफर तक वे कैसे पहुंच पाते हैं।
वही हम बात कर रहे हैं~रायगढ़ भाजपा के प्रबल दावेदार हैं- राकेश रात्रे। राजनैतिक व सामाजिक गतिविधियों में राकेश रात्रे अपरिचित नाम नहीं है।महाराज दल के प्रमुख नेतृत्वकर्ताओं में से एक राकेश रात्रे ने बीते नगरीय निकाय चुनाव २०१९ में पार्षद की टिकट मांगी थी,लेकिन राजनैतिक कारणों से भाग्य ने उनका साथ नहीं दिया। इस बार नए तेवर और नए जोश के साथ राकेश खुलकर मैदान में आ गए है।
वेटिंग इन कैण्डिडेट्स में एक और सशक्त नाम है-पूर्व एल्डरमैन नरेश गोरख का।नरेश ने अपनी सियासी यात्रा १९९५ में शुरू की थी। गोरख २००६ में भाजपा अनुसूचित जाति मोर्चा के प्रदेश कार्यकारिणी सदस्य रहे। उसके बाद नरेश २०१४ में जिला भाजपा अजा मोर्चा के महामंत्री रहे। नरेश इस बार ‘‘मत चूको चौहान’’ की मुद्रा में है लेकिन उनकी बात तभी बन सकती है, जब उनकी दावेदारी को वित्त मंत्री ओपी चौधरी का समर्थन मिले…!
भाजपा से युवा चेहरों में साफ छवि और हर वर्ग में पकड़ रखने वाले अभिलाष कछवाहा महापौर पद के लिए प्रबल दावेदार माने जा रहे हैं। अभिलाष को पार्टी से जो भी दायित्व दिया गया उसका उन्होंने बखूबी निर्वहन किया।हर लड़ाई में पार्टी के साथ ऐसे में युवा वर्ग में अभिलाष का नाम महापौर पद के दावेदारों में शामिल…
भारतीय जनता पार्टी खेमे से महापौर पद की रेस में रविंद्र भटिया ने अपनी पत्नी संगीता सोनखर भाटिया के लिए पार्टी से टिकट मांगने का पूरा मन बना लिया है। रविन्द्र सिंह भाटिया का भारतीय जनता पार्टी में खरसिया उपचुनाव में दिलीप सिंह जूदेव के पक्ष में समर्पित भाव से काम करने का इतिहास है, उन्होंने 1990 में कोतरा रोड बूथ अध्यक्ष के तौर पर पार्टी से मिले दायित्व का बख़ूबी निर्वहन किया और संगठन में काम करने के सफऱ की शुरुआत की, तब से लेकर अब तक तकऱीबन 34 सालों के अपने राजनैतिक सफऱ में रविन्द्र सिंह भाटिया ने अलग अलग पदों पर रहते हुए पार्टी के लिए काम किया? इस बात में कोई शक ओ सुबहा नहीं है कि रविन्द्र सिंह भाटिया पूर्व विधायक विजय अग्रवाल के सबसे ख़ास सिपहसालार थे, हैं और हमेशा रहेंगे।
बात करें, कांग्रेस के दावेदारों की तो सर्वप्रथम व स्वाभाविक दावेदार है- श्रीमती जानकी काटजू। निवर्तमान महापौर जानकी काटजू ने अपने पांच बरस के सफल कार्यकाल के दौरान अपनी प्रशासनिक श्रमता का सबको लोहा मनवाया है। जानकी काटजू ने अपनी कार्यशैली से इस बात को बखूबी प्रमाणित किया है कि उन्होंने कठपुतली बनकर कोई काम नहीं किया। पूर्व मंत्री उमेश पटेल का जानकी काटजू को वरदहस्त हासिल है, इसलिए जानकी काटजू को महापौर पद का संभवित उम्मीदवार माना जा रहा है।
कांग्रेस से अजेय पार्षद लखेश्वर मिरी की इस मर्तबे तगड़ी दावेदारी है।पूर्व नगर निगम सभापति जयंत ठेठवार के अत्यंत करीबी लखेश्वर मिरी की दावेदारी को इस बार खारिज करना आसान नहीं होगा। शहर के सर्वहारा वर्ग में लखेश्वर मिरी का नाम किसी परिचय का मोहताज नहीं है।
रायगढ़ वर्तमान में महापौर पद के लिये रानी चौहान एक सशक्त दावेदार है क्योंकि विपक्ष से लेकर कांग्रेस शासनकाल तक महिला कांग्रेस कमेटी की अध्यक्ष रानी चौहान ने अपनी विशाल महिला टीम के साथ जनहित और शहर विकास के लिये नया आयाम रचा है उनके महिला टीम की उपस्थिति से ही कार्यक्रम सफल माना जाता रहा है,बेख़ौफ़ निडर होकर रानी एक महिला होकर भी पुरुषों के कंधा से कंधा मिलाकर पार्टी और जनता के हित के लिये हमेशा डटी रही है।
कांग्रेस में महापौर पद के उम्मीदवारी के प्रश्न पर मचे उथल-पुथल के बीच एक और शख्स की प्रबल दावेदारी सामने आई है। इस शख्स का नाम है-नारायण घोरे। जिला कांग्रेस कमेटी भवन में सदैव पाये जाने वाले पूर्व एल्डरमैन नारायण घोरे पिछले 30 वर्षों से कांग्रेस की राजनीति में सक्रिय है।
पूर्व पार्षद मुरारी भट्ट कांग्रेस से महापौर की दावेदारी… कि ताल ठोकी है~मुरारी भट्ट एक कट्टर कांग्रेसी और मिलनसार व्यक्ति है…
अब हम बात कर रहे हैं~कांग्रेस के पूर्व पार्षद-विनोद महेश की रायगढ़ के पूर्व विधायक प्रकाश नायक के करीबी और हर लड़ाई में साथ देने वाले विनोद महेश भी इस बार महापौर की रेस में है..
कांग्रेस महापौर की दावेदारी करने वाले हरिराम खूटे का नाम सामने आने से हलचल मच गयी…है
भाजपा के वरिष्ठ और मजबूत नेता विकास केडिया के खास शशिभूषण चौहान अपनी छोटी सी उम्र से ही संघ से जुड़कर समाज सेवा करते रहे और साथ ही साथ भाजपा से जुड़कर निरंतर काम करते रहे जिससे पार्टी ने शशिभूषण चौहान पर समय समय पर भरोसा करते हुए दायित्वों को सौंपा..अगर भाजपा पार्टी शशिभूषण चौहान को महापौर उम्मीदवार बना कर एक युवा महापौर बना सकती है!
भाजपा के चाणक्य और जुझारू नेता तथा पूर्व जिला अध्यक्ष उमेश अग्रवाल के करीबी जीवर्धन चौहान ने भी महापौर के लिए दावेदारी की है..