मेडिकल कॉलेज बसा”कई भू माफिया सक्रिय”सरकारी जमीन और नाले पर कब्जा जारी”करवाई आखिर कब? देखिए वीडियो…🎥
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आखिर कैलाश कौन….?
रायगढ़ से लगे हुए टीवी टावर क्षेत्र में जब से मेडिकल कॉलेज बसा है~तब से कई भूमिया सक्रिय हो गए हैं… हम बात कर रहे हैं…कोटवारी जमीन, आदिवासी जमीन,छोटे झाड़ जंगल,गोचर जमीन,ग्रीन बेल्ट, आबंटन जमीन,भू माफियाओं द्वारा डरा कर या धमकाकर,कम रेट में लेकर या कब्जा करने में होड़ लगी हुई।
स्थानीय भूमाफिया अपने अतिरिक्त फायदे के लिए एक_एक कर सरकारी नजूल भूमि,कोटवारी सेवा भूमि से लेकर घास मद या नदी_तालाबों की जमीन पर बेखौफ अतिक्रमण करने में लगे हुए है।
✍️NEWS MIRCHI…
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राजनीतिक राजधानी सूत्र…
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आम तौर पर प्रशासन उन पर यदा कदा दिखावे की हल्की फुल्की कार्रवाई करये हुए अपना हाथ झाड़ लेता है।ऐसे में भू माफियाओं की हिम्मत इतनी बढ़ चुकी है कि वे पुनः सक्रिय होकर न केवल नजूल भूमि का फर्जी दस्तावेज बनाकर उसे अवैध ढंग से अलग लोगों को बेच दे रहे हैं।
बल्कि छोटे अतर मुड़ा व कौहाकुंडा में नाले की जमीन जो राजस्व विभाग के नाम पर रिकॉर्ड में दर्ज है उस पर दिन दहाड़े अतिक्रमण कर रहे हैं।
ताजा मामला कौहाकुंडा नाले का है,जो छोटे अतर मुड़ा से होकर मझापारा नवापाली की तरफ जाता है। बताया जा रहा है कि नाले के उद्गम स्थल से ही इसके दोनों पाटों पर स्थित सरकारी भूमि पर अवैध अतिक्रमण जारी है।
परिणाम स्वरूप कभी 12 महीने पानी से भरा रहने वाला यह प्राकृतिक नाला आज पूरी तरह से अपना अस्तित्व खो चुका है। इसका बचा खुचा स्वरूप गंदे शहरी नाले के जैसा हो गया है।
आज दोपहर जब नाले के पाट पर किसी कैलाश नाम के बिल्डर के द्वारा जेसीबी लगाकर खुदाई और पटाई का काम किया जा रहा था,तब ग्राम बड़े अतर मुड़ा के सरपंच हीरा खड़िया ने ग्रामीणों के साथ मिलकर नाले पर कब्जे के कृत्य पर आपत्ति दर्ज करते हुए काम रोकने को कहा। परंतु उसकी बात को ध्यान दिए बिना बिल्डर कैलाश ने काम जारी रखा।
सरपंच और ग्रामीणों ने कहा वह तब तक काम रोक दे जब तक प्रशासन मौके पर आकर वस्तु स्थिति को स्पष्ट न कर दे। इसी बीच दोनों में हल्की नोंक होने लगी। तभी मेडिकल कालेज से निकल रहे प्रेस कर्मियों ने मामले की जानकारी ली,तब सरपंच ने पूरी बात बताई तथा इस तरह के तमाम अतिक्रमणों को रोकने के लिए प्रशासनिक अधिकारियों से किसी प्रकार का सहयोग नहीं मिलने की बात कही। सरपंच ने बताया कि अभी तक इस मामले में ग्रामीणों ने कोई शिकायत नहीं की है,लेकिन पहले ऐसी कई शिकायतें की गई उस पर आज तक कोई कार्यवाही नहीं की है। सरकारी जमीन पर माफियाओं के द्वारा अवैध कब्जा किए जाने को लेकर विगत वर्ष एक बड़ा विवाद उत्पन्न हुआ था। जिसमें एक युवा ढाबा संचालक को अपनी जान गंवानी पड़ गई थी।
इस घटना के कुछ महीनों तक सब कुछ ठीक ठाक रहा लेकिन समय बीतने के साथ पुनः भूमाफिया सक्रिय हो गए है।
हाल ही में मेडिकल कालेज के सामने जेसीबी लगाकर कुछ लोगों के द्वारा सरकारी जमीन पर अतिक्रमण किया जा रहा था। जिस हम ग्रामीणों ने रोका और विभाग को सूचना दी परंतु कोई नहीं आया। इस तरह हम लोग राजस्व विभाग के व्यवहार से दुखी हो चुके है। बावजूद इसके सरपंच ने हल्का पटवारी को मामले की जानकारी देने,तथा मौके पर बुलाने की बात कही।
इधर तमाम बातों से बेखबर बिल्डर स्वयं खड़े होकर जेसीबी मशीन से नाले की कटाई और भूमि पर कब्जा करने का काम जारी रखा।।