कोटवार से लिया जाएगा उसकी पूरी सेवा भूमि का ब्यौरा, नायब तहसीलदार को जांच के आदेश…
रायगढ़।कोटवारों को मिली सेवा भूमि को बेचने और उसका अवैध उपयोग किए जाने के कई मामले सामने आ चुके हैं। गेरवानी में कोटवारी भूमि पर ढाबा बनाने के मामले में एसडीएम ने सक्त रवैया अपनाया है। उन्होंने नायब तहसीलदार को मामले की जांच व कार्रवाई के आदेश दिए हैं।

गेरवानी कोटवार गुलाब दास को जीवन-यापन के लिए रोड किनारे खसरा नंबर 83 की 1.8740 हे. भूमि दी गई है। इस जमीन पर खेती की जानी है, लेकिन कोटवार ने इस पर ढाबा खोलने की तैयारी कर ली है। कोटवारी सेवा भूमि का हस्तांतरण नहीं किया जा सकता,
लेकिन बताया जा रहा है कि कोटवार ने किसी के साथ मिलकर जमीन पर ढाबा खोलने का एग्रीमेंट किया है।

जमीन पर लाई एश डालकर समतलीकरण किया जा रहा है। इसका खुलासा होते ही एसडीएम वायके उर्वशा ने जांच और कार्रवाई के आदेश दिए हैं। उन्होंने नायब तहसीलदार विक्रांत राठौर को कहा है कि कोटवार को मिली सेवा भूमि का संपूर्ण विवरण निकालें। कब कितनी जमीन गुलाब दास को मिली थी और वर्तमान में इसकी या स्थिति है।

इससे पता चलेगा कि कोटवार ने बाकी जमीन को भी बेच दिया है या नहीं। एसडीएम ने ढाबा का काम तुरंत रोकने के लिए कहा है। मिली जानकारी के मुताबिक जमीन का
प्रकरण नायब तहसीलदार के
न्यायालय में लंबित है। फिर भी
समतलीकरण और बोर खनन का
काम हो गया। पटवारी की भूमिका भी संदेहास्पद बताई जा रही है,क्योंकि विवादित भूमि पर निर्माण को रोकने का कोई प्रयास नहीं किया गया।




