रायगढ़ जिले के इस कंपनी में पहुंचा मिलावटी कोयला,इतनी गाड़ियां जप्त…पुलिस को भी पता नहीं कहां से आई गाड़ी,कंपनी ने खुद की शिकायत…जानिए कहां का है…मामला…!

मिलावटी कोयला,इतनी गाडिय़ां जप्त…पुलिस को भी पता नहीं कहां से आई गाड़ी….!
रायगढ़।जिले के तमनार थाना क्षेत्र अंतर्गत एक बार फिर तमनार जाने वाले कोयले में मिलावट का मामला
सामने आया है। कंपनी गेट पर तीन गाडिय़ों को गार्ड्स ने रोककर जांच की।कोयला खराब दिखा तो तमनार पुलिस को सूचना दी गई। पुलिस ने तीन गाडिय़ों को जप्त किया है…!

खदानों से प्लांटों में पहुंचने के पहले
कोयला लोडेड गाडिय़ों का किसी कोल डिपो में रुकना जैसे सामान्य सी बात हो गई है। कोयला मंत्रालय के विजिलेंस डिपार्टमेंट को इसकी खबर नहीं है कि यह कितना बड़ा मामला है। मिलावटी कोयले को समय पर पकड़ लिया जाता है तो खुलासा होता है, अन्यथा वही
कोयला उपयोग हो जाता है।अब फिर से जिंदल पावर लिमिटेड में एक मामला सामने आया है।मंगलवार को जेपीएल में तीन गाडिय़ां कोयला लेकर पहुंचीं। गेट पर सियोरिटी गाड्र्स ने चेकिंग की। कोयले में मिलावट दिखी
तो उन्होंने अधिकारियों को सूचना दी। प्लांट प्रबंधन ने कोयले की गुणवाा डीओ के हिसाब से नहीं होने पर तुरंत तमनार पुलिस को सूचना दी।

टीआई तमनार ने तीनों
गाडिय़ों को जप्त कर लिया है लेकिन अभी तक पुलिस को भी यह पता नहीं चला है कि कोयला किस खदान का है….!

ट्रांसपोर्टर कौन है….!
डीओ और टीपी में होती है पूरी डिटेल तमनार टीआई का कहना है कि अभी उन्हें कुछ भी पता
नहीं चल सका है। केवल गाडिय़ों को जप्त किया गया है..हालांकि गाड़ी में मिली टीपी को देखने पर पूरा पता चल जाता है कि कोयला किस खदान से निकला है और किस ट्रांसपोर्टर को डीओ मिला था।ड्राइवर ने गाड़ी को किस
डिपो में खाली किया था,यह भी पुलिस पता नहीं लगा सकी है। मामला बहुत संदेहास्पद है…! बहरहाल आगे इस मामले में नया मोड़ आ सकता है…. तमनार सूत्र के मुताबिक जितेन्द्र…..कौन


