छत्तीसगढ़ के इस जिले के ये क्रेशर में संचालित हो रही है अवैध खदान…माइनिंग विभाग के संरक्षण में ठेकेदार की चल रही है बिना रॉयल्टी पर्ची के गाड़ियां…आगे पढ़ें हमारे संवाददाता की रिपोर्ट…news mirchi-24

छत्तीसगढ़ के इस जिले के ये क्रेशर में संचालित हो रही है अवैध खदान…माइनिंग विभाग के संरक्षण में ठेकेदार की चल रही है बिना रॉयल्टी पर्ची के गाड़ियां…आगे पढ़ें हमारे संवाददाता की रिपोर्ट…news mirchi-24
रायगढ़।सारंगढ़ क्षेत्र के ग्राम पंचायत खर्री बड़े में दर्जनों क्रेशर स्थित है । जहाँ अवैध उत्खनन जोरों पर चल रहा है और यहां के क्रेशर वाले धड़क्के के साथ अवैध उत्खनन कर रहे हैं । रायगढ़ में बैठे खनिज विभाग के अधिकारी ध्यान ही नहीं दे रहे हैं , लग रहा है कि यहाँ का क्रेशर सांठगांठ से चल रहा है । यहाँ केवल नाम मात्र का खदान है और रॉयल्टी लाखों टन निकाल रहे हैं ।

यूं तो खर्री बड़े में लगभग दर्जनों से ज्यादा क्रेशर स्थित है । ऐसा प्रतीत होता है कि यहाँ के क्रेशर माइनिंग विभाग के संरक्षण पर ही चल रहा है , क्योंकि रायगढ़ माइनिंग विभाग कई क्रेशरों पर सील की कार्यवाही कर कहर बनकर बरस रही थी लेकिन जब भी खर्री बड़े की बात आए तो इधर से मुंह फेर ले रही है या कहें कि माइनिंग विभाग के संरक्षण पर यहां बैठे बड़े-बड़े ठेकेदार क्रेशर संचालित कर रहे हैं और शासन प्रशासन को ठेंगा दिखाते हुए लाखों-करोड़ों की हेराफेरी कर रहे हैं और माइनिंग विभाग है कि मुख दर्शन बन देख रही है ।

नाम मात्र का खदान और रॉयल्टी निकाल रहा है धमाल
सूत्रों से प्राप्त जानकारी के अनुसार यहाँ करोडों टन रॉयल्टी निकाला जा चुका है और यहाँ जाकर देखा जाए तो खदान के नाम पर केवल छोटे-छोटे गड्ढे करके ही रखे हुए हैं या कहा जाए कि अपने जमीन को बचा कर रखे हैं तो गलत नहीं होगा । यहाँअवैध तरीके से खदान संचालित कर क्रेशर चला रहे हैं और शासन प्रशासन जान कर भी अनजान बन रहा है ।

खर्री से लोड होकर बिना रॉयल्टी पर्ची के सरायपाली और बरमकेला जा रहे हैं गाड़ियाँ
सूत्रों की माने तो खर्री में एक ठेकेदार का क्रेशर स्थित है जिसको सराईपाली और बरमकेला रोड बनाने का टेंडर प्राप्त हुआ है और यह 10 से 15 गाड़ी बिना रॉयल्टी पर्ची के बेधड़क संचालित कर रहा है , लेकिन मजाल है कि माइनिंग विभाग या स्थानीय प्रशासन इस पर कुछ कार्यवाही कर दे , यहाँ पर तो सब सांठगांठ पर चल रही है । रायगढ़ में बैठे खनिज विभाग के अधिकारी जिनकी नजरों से बचना मुश्किल ही नहीं नामुमकिन है उसके बाद भी इसकी गाड़ी बेधड़क होकर चल रही है । लग रहा है कि उनके ऑफिसर के संरक्षण पर यह गाड़ियां ठेकेदार द्वारा चलाई जा रही है । अब तो आने वाला वक्त ही बताएगा कि रायगढ़ में बैठे तेज तर्रार खनिज अधिकारी इस पर कार्यवाही करेंगे या फिर उनके ही कर्मचारी इसको बचाने में सफल हो पाएंगे , यह तो आगे देखने वाली बात होगी ।