खाने का तेल हो गया सस्ता, कंपनियों ने इतने से इतने रूपये घटाए दाम,पर रायगढ़ जिले… में आज भी १ लिटर 190 के भाव में प्रिंट रेट से ऊपर ले रहे हैं…शहर के दुकानदार…!
रायगढ़ शहर के व्यापारी द्वारा बताए मुताबिक,आज भी प्रिंट रेट 155,से ऊपर ले रहे.. कई दुकानदार…एक लीटर 190 के भाव में बेच रहे हैं,आपको बता दें कि…किंग तेल होलसेल एक लीटर-132- रिटेल 145, सनफ्लावर-होलसेल-178, रिटेल-190,195 फॉर्चून-सोयाबीन-होलसेल 143-रिटेल-155-165
Aaa….नई दिल्ली। महंगाई के दौर में आम आदमी के लिए राहत भरी खबर हैं। कीचत में सबसे ज्यादा बजट बिगाड़ने वाले खाद्य तेल की कीमतों में गिरावट आई है। इस गिरावट के साथ ही सरसों, वनस्पति, सोयाबीन सहित कई प्रकार के तेल के दाम गिरे हैं। ये दाम जुलाई के तीसरे हफ्ते से लागू हो जाएंगे। वहीं देश में खाद्य तेलों के बढ़ते आयात के कारण दिल्ली बाजार में शुक्रवार को मूंगफली में आई तेजी को छोड़कर बाकी लगभग सभी तेल तिलहनों के भाव में गिरावट आई।

बाजार सूत्रों ने कहा कि मलेशिया एक्सचेंज में शाम का कारोबार बंद था, जबकि शिकॉगो एक्सचेंज फिलहाल दो प्रतिशत मजबूत है। मलेशिया एक्सचेंज में कल रात तेजी थी पर तेल उत्पादों के भाव लगभग 15 डॉलर टूटे हैं। सूत्रों ने कहा कि विदेशों में तेल कीमतों की मंदी से आयातक और तेल उद्योग पर प्रतिकूल असर पड़ा है। दूसरी ओर बंदरगाहों पर आयातित तेलों की पहली खेप के माल भी पूरी तरह नहीं बिके हैं। जुलाई में सोयाबीन डिमांड का लगभग पांच लाख टन का रिकॉर्ड आयात होने की उम्मीद है।
उस तेल को भी सस्ते में खपाने की बाध्यता होगी क्योंकि उनका आयात 1950 से 2100 डॉलर प्रति टन के भाव से किया गया है, मंडियों में अभी सोयाबीन डीगम का भाव लगभग 1350 डॉलर प्रति टन है। बताया जा रहा हैं कि सरकार को तेल-तिलहन बाजार की उठा पटक पर कड़ी नजर रखनी होगी। किसानों के हित को ध्यान में रखकर, उन्हें प्रोत्साहन देकर तेल.तिलहन उत्पादन बढ़ाने के लिए कदम उठाने होंगे।
शुल्क मुक्त आयात जैसे कदम से तात्कालिक रूप से तेल कीमतें कुछ कम हो सकती हैं पर यह भी देखना होगा कि विदेशों के सस्ते तेल की भरमार हमारे तिलहन किसानों के उत्पादों के भाव को गैर प्रतिस्पर्धी न बना दे।
खुदरा गेहूं और गेहूं के आटे की कीमतें भी स्थिर
सरकार के समय पर हस्तक्षेप और वैश्विक घटनाक्रम के कारण खाद्य तेलों की कीमतों में रुझान बहुत सकारात्मक है. न केवल खाद्य तेल, खुदरा गेहूं और गेहूं के आटे की कीमतें भी स्थिर हैं, उन्होंने कहा कि घरेलू कीमतों को नियंत्रण में रखने के लिए नियम उपयोगी रहे हैं.
तेल ब्रांडों ने एमआरपी को चरणबद्ध तरीके से किया है कम
खाद्य मंत्रालय के एक वरिष्ठ अधिकारी ने कहा कि प्रमुख खाद्य तेल ब्रांडों ने एमआरपी को चरणबद्ध तरीके से कम किया है और हाल ही में उन्होंने कीमतों में 10-15 रुपये प्रति लीटर की कटौती की है…सोया तेल की कीमत 169.65 रुपये से मामूली घटकर 167.67 रुपये रह गई, जबकि सूरजमुखी की कीमत 193 रुपये प्रति किलो से थोड़ी घटकर 189.99 रुपये रह गई. पाम तेल का भाव एक जून के 156.52 रुपये से घटकर 21 जून को 152.52 रुपये प्रति किलो रह गया.
अडाणी विल्मर ने की 10 रुपये प्रति लीटर की कटौती
अडाणी विल्मर ने शनिवार को अपने खाद्य तेलों की कीमतों में 10 रुपये प्रति लीटर की कटौती की. फॉर्च्यून रिफाइंड सूरजमुखी तेल के एक लीटर पैक की एमआरपी 220 रुपये प्रति लीटर से घटाकर 210 रुपये कर दी गई है. फॉर्च्यून सोयाबीन और फॉर्च्यून कच्ची घानी (सरसों का तेल) एक लीटर पैक की एमआरपी 205 रुपये प्रति लीटर से घटाकर 195 रुपये कर दी गई है.
रविवार को तेल-तिलहनों के भाव प्रति क्विंटल इस प्रकार रहे:
सरसों तिलहन – 7,195-7,245 (42 प्रतिशत कंडीशन का भाव) रुपये प्रति क्विंटल
मूंगफली – 6,845 – 6,970 रुपये प्रति क्विंटल
मूंगफली तेल मिल डिलिवरी (गुजरात) – 16,150 रुपये प्रति क्विंटल
मूंगफली सॉल्वेंट रिफाइंड तेल 2,695 – 2,885 रुपये प्रति टिन
सरसों तेल दादरी- 14,500 रुपये प्रति क्विंटल
सरसों पक्की घानी- 2,295-2,375 रुपये प्रति टिन
सरसों कच्ची घानी- 2,335-2,440 रुपये प्रति टिन
तिल तेल मिल डिलिवरी – 17,000-18,500 रुपये प्रति क्विंटल
सोयाबीन तेल मिल डिलिवरी दिल्ली- 12,900 रुपये प्रति क्विंटल
सोयाबीन मिल डिलिवरी इंदौर- 12,600 रुपये प्रति क्विंटल
सोयाबीन तेल डीगम, कांडला- 11,350 रुपये प्रति क्विंटल
सीपीओ एक्स-कांडला- 10,800 रुपये प्रति क्विंटल
बिनौला मिल डिलिवरी (हरियाणा)- 13,800 रुपये प्रति क्विंटल
पामोलिन आरबीडी, दिल्ली- 12,300 रुपये प्रति क्विंटल
पामोलिन एक्स- कांडला- 11,300 रुपये (बिना जीएसटी के) प्रति क्विंटल
सोयाबीन दाना – 6,250-6,300 रुपये प्रति क्विंटल
सोयाबीन लूज 6,000- 6,050 रुपये प्रति क्विंटल
मक्का खल (सरिस्का) 4,010 रुपये प्रति क्विंटल