रायगढ़ की कला,संस्कृति एवं औद्योगिक नगरी का नाम रोशन किया…अनिरुद्ध अग्रवाल ने

कला, संस्कृति एवं औद्योगिक नगरी रायगढ़ का नाम एक बार फिर से रोशन किया है
रायगढ़ के अनिरुद्ध अग्रवाल ने अपनी प्रतिभा से हिदायतुल्लाह नेशनल लॉ यूनिवर्सिटी, रायपुर छ.ग.जिसका विशिष्ट विधि संकाय में संपूर्ण भारत वर्ष में अपना विशेष स्थान है, के बी. ए. एल. एल. बी. ऑनर्स पाठ्यक्रम में प्राप्त विशिष्ट अंको के आधार पर अनिरुद्ध का चयन स्वर्ण पदक के लिए किया गया जो की रायगढ़ जिले के लिए बड़े गर्व की बात है,होटल बेबीलॉन कैपिटल रायपुर में दिनांक ३१ जुलाई २०२२ को माननीय मुख्य न्यायाधीश, सुप्रीम कोर्ट श्री एन. वी. रमणा जी, माननीय मुख्य न्यायाधीश हाई कोर्ट बिलासपुर श्री अरूप कुमार गोस्वामी जी, छत्तीसगढ़ के मुख्यमंत्री श्री भूपेश बघेल जी एवं सुप्रीम कोर्ट के अन्य माननीय न्यायाधीशों की गरिमामय उपस्तिथि में श्री प्रशांत मिश्रा जी, माननीय मुख्य न्यायाधीश,आंध्र प्रदेश के कर कमलो द्वारा गरिमामय कार्यक्रम में स्वर्ण पदक एवं मानद उपाधि से अनिरुद्ध को सम्मानित किया गया।

रायगढ़ की प्रतिष्ठित फर्म नन्दरामजी चंद्रभान जी एवं मुन्नालाल साधुराम जी परिवार गाँधी गंज के सदस्य अनिरुद्ध जो की विक्रयकर अधिवक्ता स्वर्गीय ओमप्रकाश अग्रवाल जी के पौत्र एवं इंजीनियर विकास बोंदिया एवं श्रीमती रेणु बोंदिया के सुपुत्र है। समाजसेवी गोपाल अग्रवाल जी, चार्टर्ड अकाउंटेंट मनीष जे. बोंदिया जी एवं डॉक्टर शलभ अग्रवाल जी इसी परिवार के सदस्य है| अनिरुद्ध बचपन से ही कुशाग्र बुद्धि एवं मेधावी छात्र रहे एवं पढाई व खेल कूद में भी अव्वल रहे,कार्मेल स्कूल से कक्षा दसवीं तथा ओ. पि. जिंदल स्कूल से कक्षा बारहवीं में भी प्रावीण्य सूचि में स्थान प्राप्त करने के फलस्वरूप दोनों स्कूल प्रभंधन द्वारा इन्हे सम्मानित किया गया।

अल्पत्तम समय में तैयारी कर के क्लैट की चयन परीक्षा में चयनित हो जाने से इनका दाखिला हिदायतुल्लाह नेशनल लॉ यूनिवर्सिटी रायपुर में हो गया जहाँ इन्होंने अपनी उच्च शिक्षा की पढाई सन २०२० में पूरी की इसके उपरांत भारत की अग्रणी एवं ख्यातिलब्ध लॉ फर्म ए जेड बी एंड पार्टनर्स मुंबई में करीब डेढ़ वर्ष तक देश एवं विदेश की नामी संस्थाओ को अपनी सेवाएं देने के उपरांत, अब भविष्य में स्वयं की लॉ फर्म प्रारम्भ करने के लिए विचाररत है,

इन्होंने अपनी सफलता का श्रेय ईश्वर और अपने परिवारजनों, गुरुजनो एवं मित्रो को दिया है |