रायगढ़

शिक्षा के जरिए अलख जगाने का गवाह बना अघोर गुरु पीठ ट्रस्ट बनोरा”

राष्ट्र निर्माण के लिए शिक्षा आवश्यक:बाबा प्रियदर्शी

शिक्षा के जरिए भारत बनेगा विश्व शक्ति:-ओपी चौधरी

ग्रीष्मकालीन अवकाश में चालीस दिनों हेतु निः शुल्क शिक्षा हेतु अभिनव प्रयास का हुआ आज शुभारंभ

रायगढ़:बाबा प्रियदर्शी राम का सपना है कि ग्रामीण क्षेत्र में रहने वाले साधन विहीन बच्चो को बड़े पदों हेतु होने वाली प्रतियोगी परीक्षाओं में शामिल होने के लिए तैयार किया जा सके।इस हेतु बाबा प्रियदर्शी राम जी के सार्थक प्रयास से 10 वी एवम 12 के बच्चे चालीस दिनों तक ग्रीष्म कालीन अवकाश में अनुभवी  शिक्षको के जरिए निः शुल्क कोचिंग हासिल कर सकेंगे।

इस हेतु आज रायगढ़ विधायक एवम सूबे के मंत्री ओपी चौधरी निःशुल्क शिक्षा की कोचिंग के शुभारंभ हेतु प्रातःअघोर गुरु पीठ ट्रस्ट बनोरा पहुंचे और बाबा प्रियदर्शी राम जी का आशीर्वाद लेकर इस ग्रीष्म कालीन निशुल्क कोचिंग का विधिवत शुभारंभ किया।सबसे पहले ओपी चौधरी द्वारा अघोर गुरु पीठ ट्रस्ट द्वारा संचालित स्कूल परिसर में मां सरस्वती की  विधिवत पूजा कर क्षेत्र के बच्चो के बौद्धिक विकास की कामना की गई।

भगवान अघोरेश्वर के तैलचित्र पर पुष्प अर्पित करते हुए आयोजन की विधिवत शुरुवात की गई।तत्पश्चात परम पूज्य बाबा प्रियदर्शी राम जी का स्वागत,प्राचार्य जितेंद्र गुप्ता द्वारा किया गया वही ट्रस्ट से जुड़े  भाई  मदन एवम दिनेश जी ने मुख्य अतिथि वित्त आवास एवं पर्यावरण मंत्री ओपी चौधरी का भावभीना स्वागत किया।

दीक्षा चौहान एवम साथियों द्वारा’मन की वीना से गुंजीत’ स्वागत गीत की शानदार प्रस्तुति दी गई। प्रभारी प्राचार्य के एन तिवारी ने स्वागत उद्बोधन में परम पूज्य पाद बाबा प्रियदर्शी को वंदन करते हुए बताया कि उनके आशीर्वाद से ग्रीष्म कालीन अवकाश में 10 एवम 12 के छात्र छात्राओं को शिक्षको द्वारा पढ़ाये जाने हेतु एक अभिनव प्रयास शुरू किया जा रहा है।ग्रामीण क्षेत्र मे निवास रत बच्चो के लिए यह सुनहरा अवसर होगा।

यह अनूठा प्रयास युवाओं के हौसलों को बुलंद करने, युवाओं में जज्बा पैदा करने,यूवाओ में  नैतिकता का विकास करने युवाओं में आसमान को छूने का हौसला पैदा करने, समाज में आमूल परिवर्तन लाने, समाज की रूढ़ी वादी परंपराओं को बदलने,राष्ट्र निर्माण हेतु अच्छा नागरिक बनाने, कैरियर संवारने,सहित एक बेहतर कल का निर्माण करने हेतु  यह अभिनव एवम अनूठा प्रयास अघोर गुरु पीठ के तत्वाधान में शुरू किया जा रहा है।आए पास के 23 गावो में निवासरत  दसवीं एवं बारहवी के 162 छात्र छात्राएं इस नि:शुल्क शिक्षा से लाभान्वित होंगे।इस कोचिंग के दौरान अनुभवी शिक्षको की टीम के जरिए  गणित विज्ञान सहित  बोर्ड परीक्षाओ की तैयारी हेतु  कैरियर गाइडेंस हेतु मार्गदर्शन दिया  जायेगा।

प्रतिदिन शिक्षको को लाने छोड़ने हेतु ट्रस्ट द्वारा वाहनों की समुचित व्यवस्था की गई है। गुरुदेव के आशीर्वाद से यह महान कार्य आज पूरा होने जा रहा। युवाओं के मध्य लोकप्रिय विधायक ओपी चौधरी की इस आयोजन में उपस्थिति से सभी बच्चो को प्रोत्साहन मिलने की बात कहते हुए प्रभारी प्राचार्य  तिवारी ने कहा साढ़े सात साल की उम्र में  ओपी के  पिता का निधन हो जाता है।अभावों के पला बढ़ा एक ग्रामीण परिवेश का बच्चा बहुत ही कठिनाई से कठोर संकल्प के जरिए प्रदेश का प्रथम आई एस बनकर पूरे अंचल को गौरांवित करता है, ऐसे माटी पुत्र ने अपने संघर्ष ने मुकाम हासिल किया और कलेक्टर रहते हुए नक्सल क्षेत्र में नन्हे परिंदे,तमन्ना एक्सप्रेस जैसे शिक्षा से जुड़े प्रोजेक्ट को आकार दिया।

पुस्तको का अभाव झेलने वाले इस युवा तुर्क ने आने वाली पीढ़ी के लिए राष्ट्रीय स्तर की लाइब्रेरी नालंदा परिसर का निर्माण कर दिया।शिक्षा के क्षेत्र में एउत्कृष्ठ कार्यों हेतु सन 2011 में केंद्र सरकार ने उन्हें सम्मानित किया। समाज को बदलने  दशा दिशा देने माटी का कर्ज चुकाने ओपी ने कलेक्टर का पद छोड़ा और एक बड़े सामाजिक बदलाव के लिए राजनीति में आए ऐसे विलक्षण प्रतिभा के धनी अतिथि का भावभीना स्वागत करते हुए आज का यह प्रयास आने वाले दिनों में  मील का पत्थर साबित होगा!

बाबा प्रियदर्शी राम ने ओपी चौधरी के जीवन से जुड़े कठिन

परिस्थितियों का जिक्र करते हुए यदि मनुष्य ठान ले तो कोई भी परेशानी मनुष्य के जीवन के मार्ग में रुकावट पैदा नही कर सकती है। मानव जीवन को त्याग तपस्या का प्रतिफल बताते हुए बाबा प्रियदर्शी ने कहा मेहनत के जरिए जीवन के किसी भी लक्ष्य को हासिल किया जा सकता है।बुरे व्यसनों सहित बुरे मित्रो का परित्याग करने की सलाह देते हुए उन्होंने कहा बहुत से पालकों की शिकायत है कि बच्चो का मन नहीं  लगता। इस हेतु मोबाइल के अधिक उपयोग को जिम्मेदार बताते हुए कहा किसी भी चीज का सदुपयोग एवम दुरुपयोग मनुष्य के हाथो में है।मोबाइल में मौजूद गलत जानकारी जीवन को प्रभावित करती है। यदि दिमाग खाली होगा तो उसमे अच्छी चीजे आसानी से भरी जा सकती है। बुरे व्यसनों का त्याग ही बड़ा त्याग है।सुबह उठने से लेकर सोने तक के समय को समय बद्ध किए जाने की आवश्यकता बताते हुए कहा उन्होंने कहा अनुशासन जीवन को भटकाव से रोकता है।

समय का सदुपयोग हर किसी के लिए मूल्यवान है। मनुष्य का जीवन आकृति से नही बल्कि विचारो से श्रेष्ठ बनता है। शक्ति का सदुपयोग समाज हित में होना चाहिए। राष्ट्र निर्माण हेतु शिक्षा को अनिवार्य बताते हुए पूज्य पाद ने कहा चरित्र निर्माण का दायित्व सरकार का नही बल्कि हम सब की सामूहिक जवाबदारी है।वसु वैध कुटुमकंब की व्याख्या करते हुए कहा केवल हमारा घर परिवार कुटुम्ब नही है बल्कि गांवों के जुड़ने से जिला और जिलों के जुड़ने से प्रदेश प्रदेश के जुड़ने से देश बनता है। आज पास के साधन विहीन लोगो को मदद करने की भावना ही मनुष्य को पशु पक्षियों से पृथक बनाती है अन्यथा जीवन वे भी किसी तरह जीते है।

माता पिता का ऋण चुकाने के साथ साथ माटी और देश का कर्ज भी चुकाने की आवश्यकता बताते हुए कहा कि जन्म देने वाली माता के अलावा अन्न ओषधि उपजाने वाली धरती मां का सम्मान भी सभी को करना चाहिए। मदद एवम सहयोग की भावना के लिए धन आवश्यक नहीं बल्कि आस पास के लोगो को अच्छी शिक्षा अच्छा मार्गदर्शन देकर भी हम मदद कर सकते है। नशा सट्टा जुआ के बढ़ते दुष्प्रभाव से समाज में आ रही विकृति पर चिंता व्यक्त करते हुए बाबा प्रियदर्शी ने कहा इन विकृतियों से समाज को बड़ी क्षति पहुंच रही है। संत महात्मा अपने स्तर पर  प्रयास करते है लेकिन सामाजिक जागरूकता को भी आवश्यक बताया। ग्रामीण बच्चो को उच्च स्तरीय सुविधाओं के साथ अच्छा स्कूली माहौल देने के लिए अघोरेश्वर भगवान विधा मंदिर बनाया गया है ताकि उनके अंदर हीन भावना नहीं हो। इस स्कूल के बोर्ड परीक्षा परिणाम को शिक्षको की मेहनत का परिणाम बताया। ओपी चौधरी के जीवन को तपस्या की मिशाल बताते हुए कहा शिक्षा के साथ संस्कार आवश्यक है। राम ने भाई लक्ष्मण को रावण के पास शिक्षा हेतु भेजा रावण ने कहा मैं शक्ति शाली साधन सम्पन्न होने के बाद भी राम से इसलिए हार गया क्योंकि मेरे पास संस्कार नही थे। बाबा प्रियदर्शी ने कहा जीवन में डॉक्टर इंजिनियर वकील नेता शिक्षक बनने के पहले एक अच्छा इंसान अवश्य बनना है तभी मानव जीवन को सही मायने में सार्थक होगा। ओपी चौधरी ने भी मौजूद छात्र छात्राओं को अपने जीवन से जुड़े संस्मरण सुनाते हुए कहा बनोरा आश्रम इस क्षेत्र की नही बल्कि राज्य की अनुपम धरोहर है। बनोरा आश्रम के उद्देश्य एवम पूज्य बाबा जी के कार्य मानव कल्याण के लिए समर्पित है। बाबा जी के चरणों में  अपने जीवन को धन्य बताते हुए मंत्री ओपी ने कहा बाबा जी  जीवन की मूलभूत आवश्यकता शिक्षा चिकित्सा के क्षेत्र में जो अनुभव प्रयोग कर रहे है वे वंदनीय है।
स्कूल लाइब्रेरी के लिए ओपी ने दी 750 पुस्तके

प्रतियोगी परीक्षाओं हेतु आवश्यक एक हजार पुस्तको में लगभग 750 पुस्तके देने की जानकारी देते हुए ओपी चौधरी ने कहा लाइब्रेरी में एक रजिस्टर में छात्रों द्वारा चाही गई पुस्तको का उल्लेख कर अवगत कराए जब भी कोई भी पुस्तक आवश्यक होंगी मेरे द्वारा उपलब्ध करा दी जाएगी। शेष पुस्तके भी उन्होंने जल्द ही देने की बात कही।
शिक्षा चिकित्सा के क्षेत्र में बनोरा ट्रस्ट के प्रयासों की सराहना

ओपी ने कहा यह आश्रम मानव जाति के लिए अनमोल धरोहर है।पूज्य बाबा जी के सामाजिक कार्यों से ग्रामीण क्षेत्र की जनता को लाभ मिल रहा। आश्रम के प्रयासों को नमन करते हुए कहा शिक्षा के कार्यों हेतु  बाबा जी द्वारा मेरी भूमिका तय की जाए इसे मैं स्वय को धन्य समझूंगा।
राष्ट्र निर्माता शिक्षको का सम्मान
आयोजन के दौरान राष्ट्र निर्माता शिक्षको  एन. एल. भंडारी,रामगोपाल शुक्ला, कामतानाथ तिवारी,बी एल गुप्ता,सुश्री कृष्णा इजारदार गजानन पटेलनैमिष पाणिग्रही, प्रकाश सिंह,अनुभव सिंह ,श्रीमती अर्चना सिंह, हेमसागर सेठ, श्रीमती रेनू शर्मा ,गोपाल कृष्ण त्रिपाठी, ओंकार साहू , नरेंद्र देवांगन,श्रीकांत मिश्रा, तनुजा यादव, श्रीमती हेमकांति गुप्ता, अंजन कुमार प्रधान को ओपी के कर कमलों से भेंट देते हुए उल्लेखनीय कार्य हेतु सम्मानित किया गया

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