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शहर के दिग्गज उद्योगपति ने प्रदेश के दूसरे सबसे बड़े स्पंज आयरन प्लांट की नींव रखने कदम बढ़ा दिया…4700 करोड़ की लागत से बनने वाले प्लांट से करीब तीन हजार लोगों को‌ रोजगार मिलेगा….संजय अग्रवाल

💥💥 4700 करोड़ की लागत का अनुमान, रायगढ़ के उद्योगपति संजय एनआर मिले सीएम से, प्रमुख सचिव मनोज पिंगुआ के साथ किए एमओयू साइन 💥💥

रायगढ़।रायगढ़ जिले के लिए गर्वित करने वाली घटना मंगलवार को हुई
जब शहर के दिग्गज उद्योगपति संजय अग्रवाल ने प्रदेश के दूसरे सबसे बड़े स्पंज आयरन प्लांट की नींव रखने कदम बढ़ा दिया। राज्य शासन से एमओयू पर साइन किए गए। मुख्यमंत्री से मिलकर उद्योग की पूरी जानकारी भी दी। करीब 4700 करोड़ की लागत से बनने वाले प्लांट से करीब तीन हजार लोगों को‌ रोजगार मिलेगा औद्योगीकरण की राह में रायगढ़ ने
साल दर साल नई ऊंचाईयां हासिल की हैं। यहां के उद्योगपतियों ने भी लगातार सकारात्मक रुख से जिले
की तस्वीर बदलने का काम किया है। ऐसे ही एक उद्योगपति संजय अग्रवाल हैं, जिन्होंने बहुत लंबी
छलांग मारी है। रायगढ़ में प्रदेश के दूसरे सबसे बड़े प्लांट की नींव रखने जा रहे हैं। उन्होंने रायगढ़ में
एनआर आयरन एंड पावर प्रालि के नाम से उद्योग का एमओयू छग शासन के साथ साइन किया है। मंगलवार को उन्होंने प्रमुख सचिव वाणिज्य एवं उद्योग मनोज पिंगुआ से मिलकर एमओयू पर दस्तखत किए।एनआर आईपीपीएल के अंतर्गत 6 एमटीपीए का बेनेफिशिएशन प्लांट, 100 मेगावाट का केप्टिव पावर प्लांट, 4.5 पेलेट प्लांट, 25 एलटीपीए का –
लास्ट फर्नेस, 12 एलटीपीए का कोल बेस्ड डीआरआई प्लांट, कास्टिंग मशीन, रोलिंग मिल, ऑसीजन प्लांट आदि मिलाकर 4700 करोड़ का निवेश किया जाएगा। कुल ढाई मिलियन टन क्षमता का प्लांट बनेगा।मंगलवार को मुख्यमंत्री भूपेश बघेल ने भी संजय अग्रवाल के इस उद्योग की पूरी जानकारी ली और सराहना की। छग सरकार ने उद्योग स्थापना के लिए जरूरी लीयरेंस जल्द से जल्द दिलाने का आश्वासन भी दिया है।

💥नई टेक्नोलॉजी का होगा समावेश….💥

संजय अग्रवाल ने बताया कि यह उद्योग नई तकनीक से स्थापित किया जाएगा, ताकि प्रदूषण न हो। रेन वाटर हार्वेस्टिंग, वाटर रिसाइिंलग एंड रिचार्जिंग आदि के इंफ्रास्ट्रचर भी विकसित होंगे। प्लांट के लिए बिजली आपूर्ति करने 100 मेगावाट का केप्टिव पावर प्लांट स्थापित किया जाएगा। इसमें से पांच प्रश बिजली छग को सप्लाई की जाएगी।कंपनी की उत्पादन क्षमता को देखते हुए कोयले की भारी मात्रा की जरूरत होगी।

💥केप्टिव कोल लॉक की जरूरत…💥

एनआरआईपीपीएल को अब एक केप्टिव कोल -लॉक की जरूरत पड़ सकती है। केवल लिंकेज और आयातित कोयले से इतना बड़ा प्लांट चलाने में मुश्किल होगी। इसलिए कहा जा रहा है कि आने वाले दिनों में कंपनी इस दिशा में भी कदम बढ़ा सकती है। एमओयू साइन करने के बाद प्रमुख सचिव ने
सीएसआईडीसी और राज्य निवेश प्रोत्साहन बोर्ड को सभी औपचारिकताएं जल्द पूरा करने निर्देश दिए हैं।

💥क्या कहते हैं…संजय अग्रवाल💥

राज्य सरकार के प्रमुख सचिव वाणिज्य एवं उद्योग मनोज पिंगुआ के साथ एमओयू साइन किया
गया। यह प्रदेश का दूसरा सबसे बड़ा प्लांट होगा,जिसमें स्थानीय लोगों को रोजगार मिलेगा।
-संजय अग्रवाल,संचालक, एनआरआईपीपीएल

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