फेसबुक का मामला पहुंचा प्रदेश कांग्रेस कमेटी जहां रायगढ़ जिला कांग्रेस के ग्रामीण प्रवक्ता अशोक अग्रवाल को पार्टी से निलंबित किया गया। जैसे ही यह मामला सोशल मीडिया में चला अशोक अग्रवाल ने यह कहा पढ़ें आप सभी मेरे निलंबन और नोटिस जारी की सूचना मुझे आप मीडिया के माध्यम से पता चली।बाकी मेरे को पूर्व में कोई आधिकारिक नोटिस जारी नही किया गया था,इसके बाद भी यदि प्रभारी मंत्री कहते है कि नोटिस जारी किया गया था तो किया गया होगा।

बात रह गई फेसबुक में विधायक के ऊपर अमर्यादित टिप्पणी की तो सही को सही कहना यदि अमर्यादित है तो यही सही,निष्क्रिय और नकारा को निकम्मा कहना गलत है तो मैं अपने गलत के साथ खड़ा होना पसंद करूँगा।टीएस बाबा के पक्ष में सोशल मीडिया में पोस्ट करना गलत है तो ये गलत मेरे लिए सही है।बाबा को मेरे सरकार कहना गलत है तो मेरे लिए ये गलत सही है।कांग्रेस पार्टी की अपनी विचारधारा है और मैं उस विचारधारा से जुड़ा हूं।कांग्रेस हमे सिखाती है कि गरीब और जनता की हक में खडे रहो,मैं जनता के साथ खड़ा हूं,कांग्रेस हमे कभी नही सिखाता की किसी निष्क्रिय विधायक की चमचागिरी करो और सत्ता सुख का भोग करो।
पार्टी को चाहिए कि वे विधायक को एक नोटिस काटे और पिछले 3 साल का उनका रिपोर्ट कार्ड मांगे,तब सब को समझ आ जायेगा कि माननीय विधायक कितने सक्रिय है.? लोक सभा चुनाव और पंचायत चुनाव में पार्टी को गर्त में ले जानेवाले विधायक को अभय दान देकर यदि पार्टी मुझे निष्कासित करती है अथवा निलंबित करती है तो यह निलंबन मुझे स्वीकार है..




