💥हजारों एकड़ जमीन की पानी निकासित होने की जगह पर डाल दिया है फ्लाई एस💥





✍️सारंगढ़ संवाददाता-सारंगढ़।टिमरलगा लात नाला के पास अडाणी पावर लिमिटेड…रायगढ़ एनर्जी जनरेशन कंपनी द्वारा फ्लाई एश पाटा जा रहा था । जिसकी खबर प्रमुखता से छापी गयी थी।जिसके बाद लगभग तीन दिन हो गये है।यहां अडाणी पावर लिमिटेड की कंपनी रायगढ़ एनर्जी जनरेशन और उसके ठेकेदार द्वारा फ्लाई ऐश की जगह को थूक पॉलिश करने में लगे हुए हैं। हमारे संवाददाता के द्वारा ग्रामीणों से पूछे जाने पर उन्होंने कहा का कुछ दिन पहले ही अडाणी पावर लिमिटेड द्वारा नाले में पाटा जा रहा है फ्लाई एश ,जिसको देखते हुए अडाणी पावर लिमिटेड की कंपनी रायगढ़ एनर्जी जनरेशन डर गया…जहां फ्लाईएश पाटा जा रहा था,,वही अब सिर्फ थूक पॉलिश का काम हो रहा है।अडाणी कंपनी और उसके ठेकेदार द्वारा फ्लाई एश के ऊपर में मिट्टी डालकर इस मामले को दबाने में लगा हुआ है। मीडिया में खबर प्रकाशित होते ही दो दिन बाद मिट्टी डालने का काम जारी है!जहां इससे पहले एक बार भी इस जगह पर मिट्टी नहीं डालकर ट्रांसपोर्टर द्वारा ये खेल खेला जा रहा था..!!
💥….टिमरलगा के ग्रामीण जा सकते हैं अपने मंत्री और विधायक के पास….💥
वहीं सूत्रों के बताए मुताबिक टिमरलगा के ग्रामीण इसकी शिकायत को लेकर मंत्री तक भी कर सकते हैं ,क्योंकि पर्यावरण विभाग तो इस ओर ध्यान ही नहीं दे रहा है । इसीलिए सभी ग्रामवासी त्रस्त होकर मंत्री के पास जाने का फैसला किए हुए हैं ।ऐसे विशेष सूत्र बता रहे हैं कि मंत्री के पास जाकर इसकी निराकरण करने को कहा जाएगा और यहां फ्लाई एस ना डालने की गुजारिश भी की जाएगी , क्योंकि जहाँ फ्लाई एस डाला जा रहा है वह जगह नात नाला से लगा हुआ है जिससे फ्लाई एश के कारण ज़हरीले वायु प्रदूषण से हृदय रोग, कैंसर, श्वसन रोग और स्ट्रोक की समस्या बनी रहती है।ये जल के साथ मिलाने पर भूजल में भारी धातुओं के निक्षालन का कारण बनते हैं। यह मृदा को भी प्रदूषित करता है और पेड़ों की जड़ विकास प्रणाली को प्रभावित करता है….!!!
💥हजारों एकड़ जमीन की पानी निकसित होने की जगह पर डाल दिया है फ्लाई एस💥
वही टिमरलगा बस्ती से लगे सभी हजारों एकड़ जमीनों की पानी निकासी के लिए सूरज ढाबा के पास एक रास्ता बना हुआ है ,जो लात नाला से लगा हुआ है ।इस जगह को भी अडाणी पावर लिमिटेड की कंपनी द्वारा नहीं छोड़ा गया है ,इस पर भी फ्लाई एस डाल दिया गया है।आने वाले बरसात के दिनों में टिमरलगा का यह क्षेत्र बाढ़ में डूब जाएगा और हजारों एकड़ जमीन की फसल बर्बाद हो जाएगी।टिमरलगा का सूरज ढाबा ऐसा जगह है जहां पर हर साल बाढ़-सी आ ही जाती है । जाहिर सी बात है कि बाढ़ आने के बाद वह फ्लाई एस तो नदी-नाले में चला जाएगा । जिससे जीव जंतु से लेकर मनुष्य तक को बीमारी की संभावना बनी हुई है , लेकिन यहां अडाणी पावर लिमिटेड के ट्रांसपोर्टर की करतूत से हजारों जिंदगियां बर्बाद हो रही है । इसको ना तो शासन-प्रशासन सुन रही है ना ही पर्यावरण विभाग । पर्यावरण विभाग तो कार्यवाही के नाम पर डबल जीरो साबित हो रही है , क्योंकि पर्यावरण विभाग द्वारा आज तक कोई बड़ा कार्यवाही नहीं किया गया है , सिर्फ माल बटोरने में लगा हुआ है । चाहे यहां के ग्रामीण मरे या जिए इन लोगों से कोई मतलब नहीं है । विपक्ष में बैठी भाजपा सरकार भी मुख दर्शन बनकर देख रही है और कांग्रेस के सरकार मैं यह रामराज्य चल रही है । हालांकि ऐसा नहीं है कि भाजपा की सरकार में भी रामराज्य नहीं चला होगा , सभी का रामराज्य चल रहा है । मर तो सिर्फ और सिर्फ ‘जनता’ ही रही है । इस ओर कोई ध्यान ही नहीं दे रहा है ।




