कांग्रेस के आंधी के बाद भी 779 व्होटो से जीतकर चौथी बार पार्षद बने सत्येन्द्र बरगाह
तमाम प्रयास के बाद भी कांग्रेसी हिला नही सके वार्ड क्र.13 को,सर्वाधिक 1077 व्होट मिले सत्येन्द्र बरगाह को,भाजपा के आने वाले समय में जिला सारंगढ़ के सबसे बड़ा चेहरा होगें सत्येन्द्र बरगाह,केबिनेट मंत्री और आधा दर्जन विधायको के तमाम प्रयास के बाद भी सत्येन्द्र के जीत को नही रोक पाये कांग्रेसी…!
सारंगढ़।सत्येन्द्र बरगाह जी हां भाजपा सारंगढ़ के पास पार्षद चुनाव में सबसे बड़ा चेहरा बने है सत्येन्द्र बरगाह, जिसके खिलाफ प्रदेश सरकार के तीन केबिनेट मंत्री सहित आधा दर्जन विधायक और कांग्रेस की जंबो टीम वार्ड क्रमांक 13 में दिन-रात एक कर दिये किन्तु सत्येन्द्र सिंह बरगाह को रोकने मे नाकाम रहे। 1077 व्होटो प्राप्त् करते हुए सत्येन्द्र सिंह बरगाह ने 779 व्होटो से विजय प्राप्त किया। उन्होने अपने निकटतम प्रतिद्धंदी और पुराने बालसखा रहे कांग्रेस के अविनाश पुरी गोस्वामी को 298 व्होटो पर रोकते हुए यह ऐतिहासिक विजय प्राप्त किया। सबसे बड़ी बात यह है कि कांग्रेस की आंधी के बीच जहा भाजपाई महज 3 वार्ड में सिमट गये वही पर सत्येन्द्र बरगाह सारंगढ़ नगर पालिका चुनाव में सबसे अधिक व्होटो से जीत दर्ज कर भाजपा के भविष्य के नेता के तौर पर अपने आपको स्थापित कर दिया।
सारंगढ़ नगर पालिका चुनाव में 15 वार्डो में जब प्रदेश कांग्रेस कमेटी ने स्थानीय नेताओ को सभी वार्डो में जीत का टारगेट दिया था तभी कांग्रेस नेताओ ने जवाब दे दिया था कि एक वार्ड ऐसा हैँ जहा पर कितना भी मेहनत कर ले हम जीत नही सकते और वह वार्ड का नाम था वार्ड क्रमांक 13। सरदार बल्लभ भाई पटेल वार्ड के नाम से जाना जाने वाला वार्ड क्रमांक 13 मे निर्वतमान नगर पालिका उपाध्यक्ष सत्येन्द्र बरगाह चुनावी मैदान मे भाजपा की ओर से अधिकृत उम्मीदवार बनाये गये तो कांग्रेस की ओर से टिकट लेने वाले इच्छुक प्रत्याशियो के बीच आवेदन वापस लेने की होड़ शुरू हो गई जिसके बाद ण्क रणनिति के तहत सत्येन्द्र बरगाह के ही बालसखा और भाजपा के मंडल उपाध्यक्ष अविनाश पुरी गोस्वामी को कांग्रेस के नेताओ ने कांग्रेस प्रवेश कराया और इस वार्ड से कांग्रेस का उम्मीदवार बनाया किन्तु इस वार्ड में सत्येन्द्र बरगाह को 1077 व्होट मिले तथा अविनाश पुरी गोस्वामी को महज 298 व्होट मिला। 779 व्होटो से पार्षद का चुनाव जीतकर सारंगढ़ नगर पालिका चुनाव में एक बड़ा चेहरा के रूप मे उभरे सत्येन्द्र बरगाह के इस जीत के पीछे ना तो कोई बड़ा नाम है और ना ही कोई चमत्कार बल्कि गत 15 वर्षो से हर घर-हर मोहल्ले मे अपने चिरपरिचित अंदाज मे लोगो से मिलना-जुलना और अपने पार्षद पद के दायित्व का कुशलतापूर्वक निर्वहन करना ही उनकी जीत का एक मात्र कारण रहा। देंवागन समाज, मुस्लिम समाज, यादव समाज और ब्राम्हण समाज के बाहुल्यता वाले इस वार्ड में सत्येन्द्र बरगाह के साथ कांग्रेस का जातिगत समीकरण और समाज प्रमुखो के साथ मंत्रीयो की बैठक भी काम नही आई। धन बल और मदिरा की नदिया बहाने के बाद भी सत्येन्द्र बरगाह के अभेद किला को नही भेद पाने वाले कांग्रेस नेता इस बार को स्वीकार करने में कोई गुरेज नही करते है कि सत्येन्द्र बरगाह उर्फ बाटा को हराने के लिये कांग्रेस के उम्मीदवार को बाटा की कार्यशैली मे कार्य करना होगा। जब से नगर पालिका चुनाव की आचार संहिता लागू हुई थी तब से ही वार्ड क्रमांक 13 कांग्रेस के लिये सबसे बड़ी चुनौती के रूप मे सामने आई थी और लाख प्रयास करने के बाद भी सत्येन्द्र बरगाह के मजबूत किले मे सेंधमारी करने मे कांग्रेस नेता सफल नही हो पाये। केबिनेट मंत्री उमेश पटेल, प्रभारी मंत्री प्रेमसाय सिंह टेकाम,सारंगढ़ विधायक श्रीमती उत्तरी जांगड़े, जिला कांग्रेंस अध्यक्ष अरूण मालाकार, बिलाईगढ़ विधायक चंद्रदेव राय, रायगढ़ विधायक प्रकाश नायक, लैलूंगा विधायक चक्रधर सिदार, चांपा के पूर्व विधायक मोतीलाल देवांगन के लाख प्रयास करने और सामाजिक समीकरण बनाने के बाद भी कांग्रेस यहा पर सत्येन्द्र बरगाह के बड़ी जीत पर कोई लगाम तक नही लगा पाये। वही सबसे बड़ी बात सत्येन्द्र बरगाह के पक्ष मे एक और जा रही है कि जब-जब भाजपा के चुनाव संचालक उनके वार्ड में पूर्व मंत्रियो और अन्य बड़े चेहरो को जनसंपर्क और नुक्कड़ सभा का आयोजन का कार्यक्रम सेट करने की बात कहते थे तो सत्येन्द्र बरगाह विनम्रता से नकार देते थे। भाजपा के एक भी बड़े चेहरो के चुनाव प्रचार के बिना ही अपने वार्ड से 779 व्होटो से जबरदस्त जीत अपने आप मे एक बड़ी जीत है।
💥विपरीत परिस्थितियो मे श्रेष्ठ प्रदर्शन कर प्रसंशा के पात्र बने सत्येन्द्र बरगाह💥
सारंगढ़ नगर पालिका चुनाव में एक ओर जहा कांग्रेस की आंधी पहले से ही दिख रही थी वहा पर भाजपा के बड़े-बड़े चेहरो को चुनाव मे तगड़ा मात मिल रहा था ऐसे विपरीत परिस्थिति में चौथी बार पार्षद बनते हुए वार्ड क्रमांक 13 मे ना सिर्फ जीत हासिल किया बल्कि 779 व्होटो जैसे भारी-भरकम और धमाकेदार जीत दर्ज कर कांग्रेसियो को नाको चने चबा दिये। जबकि लगभग 6 माह पूर्व से ही वार्ड क्रमांक 13 को कांग्रेस नेताओ ने टारगेट करके रख दिया था तथा पांच करोड़ रूपये के विकास कार्यो सहित कई अन्य विकास कार्यो से वार्ड क्रमांक 13 को महरूम करके रख कर एक साजिश भी रची गई जिसमे किसी भी तरह से नगर पालिका उपाध्यक्ष सत्येन्द्र बरगाह को घेरा जाये किन्तु मतदाताओ के दिलो मे जगह बना चुके सत्येन्द्र बरगाह को हराने में कांग्रेस नेता नाकाम रहे। यह एक मात्र वार्ड था जहा पर कांग्रेस उम्मीदवार सहित अन्य पराजित उम्मीदवारो का जमानत जप्त हो गया। भाजपा के बदहाल स्थिति के बीच बेहतरीन प्रदर्शन करने वाले सत्येन्द्र बरगाह के इस ऐतिहासिक जीत से भाजपा और कांग्रेस नेताओ के बीच अभी सिर्फ सत्येन्द्र बरगाह के प्रदर्शन की तारीफ हो रही है।
महिला मतदाताओ की जबरदस्त सर्मथन से मिली जीत
वार्ड क्रमांक 13 में आधी से अधिक मतदाता महिला व्होटर की रही है। तथा पूर्व से ही महिला मतदाताओ ने सत्येन्द्र बरगाह को अपने बेटा-भाई की तरह प्यार और सम्मान देते थे। एक पार्षद से भी ज्यादा अपने घर का सदस्य के रूप में जाना जाने वाले सत्येन्द्र बरगाह को इस बार भी महिला मतदाताओ ने जबरदस्त समर्थन प्रदान किया। सत्येन्द्र बरगाह के 779 व्होटो से शानदार जीत में महिला मतदाताओ की जबरदस्त भूमिका रही।जिला-सारंगढ़ मे भाजपा के सबसे बड़े चेहरे के रूप मे उभरे सत्येन्द्र बरगाह
नवगठित होने जा रहे सारंगढ़ जिला मे एक ओर जहा हर चुनावो मे करारी हार से भाजपा सुसप्त अवस्था में है ऐसे मे भाजपा कार्यकर्ताओ और संगठन मे नई जान डालने मे चौथी बार पार्षद बने सत्येन्द्र बरगाह भाजपा के बड़े चेहरे के रूप मे उभरकर सामने आये है। जिला सारंगढ़ में बनने वाले जिला भाजपा संगठन में जिलाअध्यक्ष जैसे महत्वपूर्ण जिम्मेदारी सत्येन्द्र बरगाह को दिये जाने से भाजपाईयो को नया उर्जा प्राप्त हो सकता है!सरिया-बरमकेला-सारंगढ़-कोसीर-सरसीवां-भटगांव-बिलाईगढ़ के क्षेत्र में जाना पहचाना चेहरा के रूप मे निर्विवाद छबि के रूप मे सत्येन्द्र बरगाह भाजपा में नया उर्जा का संचार कर सकते है। ऐसे में प्रदेश भाजपा की नजर में सारंगढ़ जिला के भाजपा संगठन मे सत्येन्द्र बरगाह बड़ी भूमिका का निर्वहन कर सकते है..!!