खरसिया। नव वर्ष 2022 की शुरुआत में सुबह से ही उलदा स्थित मां वैष्णो देवी के दरबार मे भक्तों की भारी भीड़ रही। काफी तादात में भक्त मंदिर पहुंचे, नया वर्ष उनके जीवन में समृद्धि लाएं, ऐसी कामना के साथ भक्तों ने भगवान के दरबार में हाजरी लगाकर मन्नत मांगी।वहीं ग्राम बरगढ़ स्थित भोले नाथ के दरबार में भी कड़ाके की ठंड के बावजूद आसपास के क्षेत्रों से भक्त पहुंचे। सिध्देश्वर नाथ से ऐसी कामना की जीवन में सुख शांति समृद्धि बनी रहे।आपको बता दें कि खरसिया-सक्ती रोड के समीप ग्राम उल्दा गुफा में वैष्णो देवी विराजित हैं। देखने में यह भी जम्मू के कटरा में स्थित गुफा की तरह ही है। यह गुफा भी जंगल, ऊंचे पहाड़ और कलकल बहते झरने के बीच से घिरा हुआ है, जिसके बारे में प्रदेश के बहुत कम लोग ही जानते हैं पर स्थानीय लोगों के बीच इसकी पहचान छत्तीसगढ़ के वैष्णोे देवी धाम के रूप में है।
💥बेटे की याद में बनाया मंदिर💥
सक्ती निवासी अनिल अग्रवाल के 19 वर्षीय पुत्र की गुफा के ठीक सामने रोड एक्सीडेंट में मौत हो गई थी। बेटे की याद में उन्होंने कटरा स्थित वैष्णो देवी मंदिर की तर्ज पर यहां भी भव्य मंदिर बनवाया।
💥ऐसे पहुंचे यहां💥
यहां पहुंचने के लिए दोपहिया, चारपहिया के अलावा ट्रेन रूट भी है। खरसिया स्टेशन से सक्ती रोड पर यह पवित्र स्थान महज 15 किलोमीटर दूर है। इस रूट पर बस भी चलती है। उल्दा गांव में उतरते ही जंगल की तरफ महज 300 मीटर दूर का सफर तय कर यहां पहुंचा जा सकता है।