लीज एरिया से हटकर दूसरे स्थान पर संचालित हो रहा था…!क्रेशर….माइनिंग विभाग ने अनिल केडिया के क्रेशर को किया सील,एक ट्रेलर भी जप्ती….पढ़ें न्यूज़ मिर्ची-24
सारंगढ़ अंतर्गत आने वाला ग्राम पंचायत गुडे़ली में माइनिंग विभाग की फिर एक बड़ी कार्यवाही देखने को मिली है।जहां माइनिंग विभाग ने कृष्णा बिल्डकॉन क्रेशर में किया सील, प्राप्त जानकारी के मुताबिक माइनिंग विभाग के अधिकारी आज निकले थे निरीक्षण में,जहां क्रेशर में अनियमितताएं पाए जाने पर खनिज निरीक्षक उमेश भार्गव ने की क्रेशर में सील की कार्यवाही।सूत्रों की माने तो उस क्रेशर में हजारों-लाखों टन पत्थर डंप करके रखे हुए था,जिससे माइनिंग विभाग ने जप्त कर लिया है, और आगे जांच की जा रही है…!
💥नियमों को ताव में रखकर क्रेशर संचालित कर रहा था कृष्णा बिल्डकॉन💥💥💥💥💥💥💥💥💥💥💥
वहीं अगर क्रेशर में देखा जाए तो ना बाउंड्री वॉल किया गया है,ना ही जाली से ढका हुआ है, और कहीं पर भी क्रेशर के नाम का बोर्ड लगा हुआ है। खास बात तो यह है कि एक क्रेशर नीचे में भी है,हालांकि ऊपर वाले क्रेशर में ही संचालित हो रहा है ,नीचे वाला बंद है ,लेकिन हो सकता है कि वह क्रेशर भी चलता हो।बहरहाल खनिज अधिकारी ए बारीक के निर्देश पर आज खनिज इंस्पेक्टर उमेश भार्गव निरीक्षण करने पहुंचे जहां कई खामियां मिलने पर क्रेशर को सील करने की कार्यवाही की गई।
💥नियमों की धज्जियां उड़ाते हुए क्रेशर संचालित करने वाला अनिल केडिया का हुआ क्रेशर सील💥
वहीं सूत्रों से मिली जानकारी के अनुसार उस क्रेशर में अलग-अलग जगहों पर गिट्टियों का भरमार है।यूं कहा जाए कि गुडे़ली का सबसे बड़ा क्रेशर है तो गलत नहीं होगा ,क्योंकि यहाँ इतना बड़ा मशीन है कि गुडे़ली के बाकि क्रेशर एक तरफ और कृष्णा बिल्डकॉन क्रेशर एक तरफ दिन में उतना माल निकाल लेता है।फिलहाल क्रेशर को अभी सील की कार्यवाही कर दी गई है और आगे माइनिंग विभाग जांच कर रहा है। ताज्जुब की बात यह है कि यह क्रेशर ना तो डायवर्सन जमीन पर स्थित है,और ना ही लीज एरिया पर संचालित हो रहा है।तथा नाला के बगल में बहुत बड़ा क्रेशर चलाकर , शासन-प्रशासन की आंखों में धूल झोंक कर क्रेशर संचालित कई वर्षों से करते आ रहा है।जैसे ही इसकी जानकारी सहायक खनिज अधिकारी ए बारीक को लगी तो उन्होंने अपने उच्च अधिकारियों को अवगत कराया और उसके बाद खनिज इंस्पेक्टर उमेश भार्गव को निर्देश देकर क्रेशर को सील की कार्यवाही की गई है । ऐसे तो कहा जाता है,कि अनिल केडिया द्वारा दूसरे जगह क्रेशर स्थित किया गया है ,हालांकि एक छोटा क्रेशर और लगाया गया है,जो खदान के नीचे में संचालित हो रहा है।यहां गुडे़ली के सबसे बड़े क्रेशर लगाकर , नियमों को ताव में रखकर क्रेशर संचालित किया जा रहा है,और शासन को चुना लगाया जा रहा था । ऐसे क्रेशर वाले पर तो एफ आई आर की भी कार्यवाही होनी चाहिए क्योंकि इतने दिनों से इतना बड़ा क्रेशर लगाकर लाखों करोड़ों रुपयों का कमाने का खेल खेला जा रहा था… स्थानीय ग्रामीणों का कहना है कि…इतनी गड़बड़ी होने के बावजूद भी क्या इस क्रेशर को पेनाल्टी लेकर छोड़ दिया जाएगा या क्रेशर को हटाकर दूसरे जगह में लगाया जाएगा।
वही खनिज इंस्पेक्टर उमेश भार्गव जब कृष्णा बिल्डकॉन क्रेशर की ओर रुख कर रहे थे , तब उन्हें एक गाड़ी मिली जो बिना रायल्टी पर्ची के फर्राटा भर रहा था।जिसको खनिज इंस्पेक्टर उमेश भार्गव ने जब्ती कर बेरियर में खड़ा करा दिया है,और आगे की जांच की जा रही है।
💥खनिज अधिकारी ए बारीक की सूझ – बूझ से हुई कार्यवाही💥
वही कहते हैं ना कि रायगढ़ जिले में तेज तर्रार अधिकारी जैसे बीके चंद्राकर , सहायक खनिज अधिकारी ए बारीक , खनिज इंस्पेक्टर उमेश भार्गव और राकेश शर्मा जैसे अधिकारी रहते हैं । इतना दिन तक क्रेशर दूसरी जगह संचालित कर मालामाल हो रहा था , लेकिन अधिकारियों की सूझबूझ से यह एक बड़ा खुलासा हुआ है ,जिसमें क्रेशर को सील कर दिया गया है ।
💥क्या कहते हैं सहायक खनिज अधिकारी ए बारीक💥
उन्होंने न्यूज़ मिर्ची 24 के संवाददाता को बताया कि इस क्रेशर की शिकायत लगातार मिल रहि थी,यह क्रेशर लीज एरिया में संचालित ना होकर किसी दूसरे स्थान में संचालित हो रहा है। रायगढ़ कलेक्टर सर के निर्देश और खनिज उपसंचालक बीके चंद्राकर सर के मार्गदर्शन में हमारे खनिज इंस्पेक्टर उमेश भार्गव को निरीक्षण के लिए भेजा गया।जहां अनियमितताएं पाए जाने पर क्रेशर को सील की कार्यवाही की गई है और आगे जांच की जा रही है…!