मोबाइल चलने से मना करने पर नाबालिग दो सगी बहनों ने उनकी बुआ की हत्या….●योजनाबद्ध तरीके से सो रही बुआ पर टंगिया से वार कर किये हत्या, दोनों बहनों ने शाम को ही कर रखी थी पूरी प्लानिंग….●घटना की सूचना पर त्वरित कार्रवाई करते मौके पर पहुंची चक्रधरनगर पुलिस….●आरोपित बाल अपचारियों को लिया गया हिरासत में, वारदात में प्रयुक्त टांगी की जप्ती….●दोनों अपचारी बालिकाओं को भेजा गया किशोर न्याय बोर्ड न्यायिक अभिरक्षा पर….!
रायगढ़।थाना चक्रधरनगर अन्तर्गत ग्राम निरंजनपुर-सपनई में बीती रात्रि दो सगी बहनों द्वारा मोबाइल चलाने से मना करने पर नाराज होकर उनकी सगी बुआ की टांगी से सिर में मारकर हत्या कर दी।घटना की सूचना पर तत्काल चक्रधरनगर थाना प्रभारी अभिनव कांत सिंह द्वारा वरिष्ठ अधिकारियों को सूचना देकर अपने स्टाफ को मौके पर रवाना किए।जहां मृतिका के वारिसानों से घटना की जानकारी लेकर दोनों आरोपित विधि के साथ संघर्षरत बाल अपचारियों को हिरासत में लेकर थाना लाया गया । घटना कारित करने वाली दोनों किशोरी में छोटी लड़की ने पुलिस को दिये अपने मेमोरेंडम कथन में बताई कि इनकी बुआ तुलसी भाठ पिता स्व. हरी प्रसाद भाठ उम्र 35 वर्ष निवासी निरंजनपुर-सपनई पंचायत नटवरपुर (मृतिका)अविवाहित थी, इन्ही के साथ इनके घर पर रहती थी जो इन्हें उसके मोबाइल पर पढ़ाई के लिए व दोस्तों से बात करने के लिए मना करती थी । बालिका बताई कि बीते रोज 03 तारीख को सुबह बुआ तुलसी को बिना बताए उसका मोबाइल स्कूल लेकर गई थी।स्कूल से वापस आने के बाद बड़ी बहन को बताई कि बुआ मोबाइल ले जाने पर झगड़ा करेगी।




तब दोनों बहन आपस में बुआ की हत्या की योजना बनाएं, शाम करीब 4:00 बजे दोनों बहन जब नदी गए तो वहां दोनों रात में बुआ की हत्या करना सुनिश्चित किए रात करीब 9:30 बजे जब छोटी लड़की मोबाइल लेकर पढ़ाई कर रही थी तब उसकी बुआ तुलसी भाठ मोबाइल मांगी तो अभी लिख रही हूं थोड़ी देर में दूंगी बोली तब तुलसी भाठ उसे डांट लगाकर गाली गलौज कर दो थप्पड़ मारी जिसके बाद सभी सो गए।रात करीब 12:00 बजे छोटी लड़की उठी और उसकी बुआ को हत्या करने के लिए मौका देख रही थी रात्रि करीब 1:00- से 1:30 बजे के बीच जब तुलसी भाठ गहरी नींद में सो रही थी,तभी छोटी लड़की उसकी बुआ पर टांगिया से सिर में मारी जिससे तुलसी भाठ को संभालने का मौका नहीं मिला और चिल्लाई तो बड़ी लड़की आ गई खौफनाक मंजर को देख बड़ी लड़की चिल्लाई तो उसे छोटी बोली कि दोनों का प्लान है,क्यों चिल्ला रही हो।इतने में उन दोनों बच्चियों के माता-पिता क्या हो गया बोले तो दोनों कुछ नहीं बताएं। सुबह जब मौके पर पुलिस पहुंची तब भी दोनों बहने घटना से इंकार कर रही थी।बंद मकान में घर के लोगों की संलिप्तता पर घरवालों से कड़ी पूछताछ की जा रही थी,तभी पुलिस डॉग रूबी ने महत्वपूर्ण सुराग दिया गया जिस पर पुलिस टीम द्वारा दोनों नाबालिग लड़कियों को हिकमत अमली से पूछताछ करने पर दोनों बहनों ने अपराध करना स्वीकार किए हैं, दोनों बाल अपचारियों को हिरासत में लेकर आज शाम किशोर न्याय बोर्ड भेजा गया है।पुलिस अधीक्षक अभिषेक मीना के दिशा निर्देशन पर संपूर्ण कार्यवाही में सीएसपी योगेश कुमार पटेल के मार्गदर्शन में थाना चक्रधरनगर की टीम के उप निरीक्षक डी.के. बोहिदार,प्रधान आरक्षक लोमश सिंह राजपूत, अरुणा चौरसिया,आरक्षक विक्कू सिंह, चंद्र कुमार बंजारे, संजय चौहान,श्वेत कुमार बारिक की अहम भूमिका रही है…!




