रायगढ़।लैलूंगा के मित्तल दपंति दोहरे हत्याकांड का सच खंगालने एसआईटी जांच शुरू हो गई है। चूंकि,कमरे के बिस्तर में पुलिस को कातिल का बाल मिला था,इसलिए अब उन नाबालिग मुल्जिमों का डीएनए टेस्ट कराएगी, जो डबल मर्डर के आरोप में जेल में हैं। यही नहीं,एसआईटी सेल ने हत्प्राण के परिजनों से भी मुलाकात की।नगर पंचायत, लैलूंगा के एल्डरमैन मदन मित्तल और उनकी पत्नी अंजू मित्तल की नृशंस हत्या के मामले में भले ही पुलिस ने 4 नाबालिग समेत 5 आरोपियों को गिरतार कर जेल भेज दिया है, लेकिन मित्तल परिवार को आज भी यकीन नहीं है कि बाल अपचारियों ने नशे की झोंक में इतनी बड़ी वारदात को अंजाम दिया होगा।

यही वजह रही कि परिजनों ने क्षेत्रीय विधायक चक्रधर सिंह सिदार की अगवाई में मुखयमंत्री भूपेश बघेल से मुलाकात कर उच्च स्तरीय जांच की पुरजोर मांग की थी।जहां बिलासपुर रेंज आईजी रतनलाल डांगी शनिवार को रायगढ़ आए और उन्होंने अहम बैठक लेते हुए इस बहुचर्चित दोहरे हत्याकांड की एसआईटी जांच का निर्देश देते
हुए बकायदा टीम भी बनाई।
आईजी डांगी के शाम 4 बजे

रायगढ़ से रवाना होते ही टीम भी लैलूंगा गई और एसआईटी जांच का श्रीगणेश किया। टीम में कोरबा के एडिशनल एसपी अभिषेक वर्मा,
रायगढ़ एएसपी लखन पटले पवार और सीएसपी योगेश कुमार गुप्ता के साथ धर्मजयगढ़ एसडीओपी दीपक मिश्रा ने दिवंगत कांग्रेस
नेता मदन मित्तल के परिजनों से भेंटकर उस जगह का दुबारा बारीकी से अवलोकन भी किया, जहां डबल मर्डर मिस्ट्री को कातिलों ने अंजाम दिया था।चूंकि, मदन मित्तल और अंजू की लाश के पास पुलिस बिस्तर में हत्यारे का बाल पहले ही बरामद कर चुकी है,
इसलिए जेल में निरुद्ध उन नाबालिग मुल्जिमों का अब डीएनए टेस्ट कराया जाएगा, ताकि मैच हो सके कि घटना स्थल से जप्त बाल
आखिर किसका है।
पुलिस डॉग भी जा पहुंची बाल अपचारी के घर
आईजी रतनलाल डांगी द्वारा एसआईटी जांच के फरमान जारी करने के कुछ दिन पहले ही
डॉग स्क्वॉयड को लेकर रायगढ़ पुलिस लैलूंगा गई थी। पुलिस डॉग ‘रूबी को दिवंगत मित्तल दपंति के कमरे के तकिए को जैसे ही सुंघाया गया,वह पूंछ हिलती हुई कमरे से निकली और काफी दूर तक दौडऩे के बाद वह साजापाली के एक ऐसे घर में दाखिल हो गई, जहां का एक नाबालिग युवक इस डबल मर्डर कांड में गिरफ्तार हो चुका है।इसके बावजूद मित्तल परिवार को विश्वास नहीं होने की वजह से एसआईटी जांच शुरू हुई है…।