पंजाब कांग्रेस में फिर से घमासान तेज, सीएम चन्नी ने नवजोत सिंह सिद्धू को दी चुनौती, बोले- 2 महीने सीएम बनकर काम करके दिखाएं
पंजाब कांग्रेस की बैठक को लेकर सूत्रों ने खुलासा किया है कि सीएम चरणजीत सिंह चन्नी ने नवजोत सिंह सिद्धू को मुख्यमंत्री बनने और अगले दो महीनों में अपना प्रदर्शन दिखाने की चुनौती दी है। सूत्रों के मुताबिक, सिद्धू के बार-बार तंज कसने के बीच उन्होंने पद छोड़ने की धमकी दी है और पूर्व क्रिकेटर से पदभार संभालने को कहा है।
पंजाब के पास पुनरुत्थान का आखिरी मौका: सिद्धू
बता दें कि सिद्धू ने रविवार को कांग्रेस अध्यक्ष सोनिया गांधी को पत्र लिखकर राज्य के 13 मुद्दों के बारे में बताया था जिससे कलह और बढ़ गया। उन्होंने ‘ड्रग्स, कृषि, बिजली, सरकार और बिजली कंपनियों के बीच समझौतों को रद्द करने, बेअदबी के मामले में न्याय, अनुसूचित जाति और पिछड़ों का विकास, रोजगार, सिंगल विंडो सिस्टम, महिला और युवाओं का सशक्तिकरण, शराब, रेत खनन और ट्रांसपोर्ट’ जैसे मुद्दों का जिक्र किया है। इसके साथ ही, उन्होंने सोनिया गांधी से राज्य सरकार को ‘पंजाब के हित में कार्य’ करने का निर्देश देने का आग्रह किया था।
गौरतलब है कि सिद्धू ने PPCC प्रमुख के पद से अपना इस्तीफा वापस लेने के दो दिन बाद ये पत्र भेजा है। इसे “पुनरुत्थान के लिए पंजाब का आखिरी मौका” बताते हुए, सिद्धू ने सोनिया गांधी के साथ व्यक्तिगत बैठक की मांग की।
आपको बता दें कि सिद्धू और नए सीएम के बीच तनाव तब सामने आया था जब रिपोर्ट में दावा किया गया कि वह चन्नी की नियुक्ति से ‘नाराज’ थे। इसके बाद, उन्होंने राणा गुरजीत सिंह को कैबिनेट में शामिल किए जाने पर आपत्ति जताई। उन्होंने यह भी शिकायत की कि उनके वफादारों में से केवल परगट सिंह को ही उनकी पसंद का विभाग मिला है। फिर वह इकबाल प्रीत सिंह सहोता और अमरप्रीत सिंह देओल की पंजाब के DGP और AG के रूप में नियुक्ति होने से खफा हो गए। बता दें कि दोनों पर 2015 के ‘बेअदबी मामले से जुड़े होने’ का आरोप है।
हालांकि, जब चन्नी ने नियुक्तियों को रद्द करने से इनकार कर दिया तो सिद्धू ने गुस्से में आकर पंजाब कांग्रेस प्रमुख के पद से इस्तीफा दे दिया और दावा किया कि वह ‘पंजाब के भविष्य के साथ समझौता’ नहीं कर सकते।
