छत्तीसगढ़ के यहां के जिले में शिक्षक की जगह बच्चों को पढ़ा रहा था…..कलेक्टर पहुंचे….तो पता चला मास्टर साहब गये हैं….घूमने….आगे पढ़ें news mirchi 🌶️ 24
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रायगढ़।छत्तीसगढ़ के बलरामपुर स्कूल में शिक्षक की जगह अगर बच्चों को सफाई कर्मी पढ़ाये तो इसे आप क्या कहेगेे, जीं हां कुछ ऐसा ही मामला बलरामपुर में सामने आया है, जहां नक्सल प्रभावित क्षेत्र में संचालित एक विद्यालय में जब कलेक्टर और विधायक औचक निरीक्षण में पहुंचेे, तो यहां स्कूल से शिक्षक नारादर मिले और स्कूल में बच्चों को 8वीं पास सफाई कर्मी पढ़ाते हुए मिला। जिसके बाद कलेक्टर के निर्देश पर जहां DEO ने लापरवाह शिक्षक को निलंबित कर दिया है, वही बीईओं को नोटिस जारी किया गया है।दरअसल गुरूवार को बलरामपुर कलेक्टर कुंदन कुमार, एसपी रामकृष्ण साहू, सहित क्षेत्रीय विधायक चिंतामणी महाराज और प्रशासनिक टीम के साथ विकासखण्ड कुसमी के दूरस्थ ग्राम बन्दरचुआ दौरे पर गये थे। यहां बिना किसी सूचना के कलेक्टर कुंदन कुमार और प्राथमिक शाला का औचक निरीक्षण करने पहुंच गये। स्कूल में बच्चों से जब कलेक्टर कुंदन कुमार ने बातों-बातों मेे पाठयक्रम से जुड़े सवाल पूछे तो बच्चों ने भी बिना हिचक के सवालों को जवाब देकर कलेक्टर को खुश कर दिया, बच्चों के हाजिर जवाब से खुश होकर कलेक्टर ने बच्चों को बिस्कुट देकर उनकी तारीफ भी की । यहां तक तो सबकुछ सही था, कलेक्टर कुंदन कुमार ने जब शिक्षक के संबंध में जानकारी चाही, तो बच्चो और उनके अभिभावको ने बताया कि स्कूल में पदस्थ शिक्षक जगदीश बुनकर बगैर सूचना के कई कई दिनों तक अनुपस्थित रहते है।गुरूवार को भी शिक्षक बिना सूचना के स्कूल से अनुपस्थित थे, और स्कूल का स्वीपर बच्चों को पढ़ाते हुए मिला था। जिस पर गहरी नाराजगी जताते हुए कलेक्टर ने डीईओं को लापरवाह शिक्षक पर निलंबन की कार्रवाई करने का निर्देश देने के साथ ही बीईओं को नोटिस जारी करने का आदेश दिया गया। कलेक्टर की नाराजगी का ही असर रहा कि देर शाम तक शिक्षक जगदीश बुनकर को निलंबित कर दिया गया। वही बीईओं को नोटिस जारी कर जवाब मांगा गया है। वहीं स्कूली बच्चों को अपने काम के बाद पढाने वाले सफाई कर्मी की कलेक्टर ने प्रशंसा की और उन्होने भविष्य में ऐसे कर्मी को सम्मानित करने की बात कही है।
मीडिया से चर्चा में कलेक्टर कुंदन कुमार ने बताया कि गुरूवार को प्रशासनिक टीम और स्थानीय विधायक के साथ नक्सल प्रभावित गांव बन्दरचुआ का आकस्मिक दौरा किया गया था। यहां मेरे द्वारा प्राथमिक स्कूल का निरीक्षण किया गया, 20 बच्चों की दर्ज संख्या वाले इस स्कूल में 12 बच्चे उपस्थित थे। स्कूल के बच्चें काफी होनहार भी है, लेकिन स्कूल के शिक्षक बिना सूचना के अनुपस्थित थे, और स्कूल का सफाई कर्मी बच्चों को पढ़ाते मिला। बच्चों के अभिभावको ने भी शिक्षक के नदारद रहने की शिकायत की, जिसे लेकर लापरवाह शिक्षक को निलंबित करने के साथ ही बीईओं को नोटिस जारी किया गया है। इसके साथ ही स्कूल को जल्द ही सर्व सुविधायुक्त मॉडल स्कूल की तर्ज पर अपग्रेड करने का आदेश डीईओं को दिया गया है।




