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कटंगपाली क्रशरों में अवैध डोलोमाइट लेकर खनन का खेल शुरू”माइनिंग विभाग बना मुख दर्शक ,, अब कलेक्टर पर टिकी है-निगाहें!

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सारंगढ़ माइनिंग विभाग बना मुख दर्शन , अब सारंगढ़ कलेक्टर पर टिकी है निगाहें

कब होगी कार्यवाही….

रायगढ़।सारंगढ़ से लगभग 20 किलोमीटर की दूरी पर कटंगपाली , बोंदा , नौघटा और साल्हेओना में डोलोमाइट की लगभग दर्जनों क्रेशर संचालित है लेकिन इन क्रेशरों में अब अवैध रूप से डोलोमाइट का काम जोरों पर चल रहा है । वही जानकारी बताते हैं कि वहां जितनी क्रेशर की लीज एरिया है उस लीज एरिया को छोड़कर अवैध रूप से डोलोमाइट की खनन चालू हो गया है और माफियाओं द्वारा अवैध रूप से डोलोमाइट खनन कर बड़े-बड़े क्रशरों में खपाया जा रहा है और माइनिंग विभाग है,कि मुख दर्शक बन देख रहा है!

अभी तक माइनिंग विभाग की कोई बड़ी कार्यवाही आपको सारंगढ़- बिलाईगढ़ जिले में देखने और सुनने को नहीं मिला होगा , आखिर कोई राजनीतिक दबाव है या फिर मामला कुछ और है यह तो आने वाला वक्त ही बताएगा,माइनिंग विभाग कार्यवाही करने में नाकाम साबित हो रही है!

सारंगढ़ माइनिंग विभाग के चहीता हो गया है-कटंगपाली के क्रेशर
वहीं सूत्रों का कहना है-कि साहब आएंगे तो कार्यवाही होगी , लेकिन यहां तो उल्टा ही चल रहा है क्रशर मालिक माइनिंग विभाग को चढ़ावा देकर हर साल अपनी कब्जे में कर लेते हैं-तभी तो अभी तक कार्यवाही नहीं हो रही है और माइनिंग विभाग अवैध डोलोमाइट की कार्यवाही करने में भी नाकाम साबित हो रही है।यहां लीज और भंडारण की बहुत क्रेशरें हैं,लेकिन सभी नियमों की धज्जियां उड़ाकर धड़क्के से और बेधड़क होकर अवैध डोलोमाइट की खनन कर रहे हैं और खनिज अधिकारी लक्ष्मी जी की चढ़ावे से कटंगपाली के लिए चहेते बन गए हैं , तभी तो यहां बेधड़क होकर अवैध उत्खनन करके मालामाल हो रहे हैं । माइनिंग विभाग को राजनीतिक दबाव में लाकर बेधड़क होकर क्रेशर संचालित किया जा रहा है!

लेकिन माइनिंग विभाग को इससे कोई लेना-देना नहीं है इसीलिए तो लोग कहते हैं कि अवैध रूप से क्रेशर संचालित हो रही है और क्रेशर मालिक खनिज विभाग के चहीता बन रहे हैं,ऐसा नहीं है कि माइनिंग विभाग को इसकी जानकारी नहीं है ,जानकारी होने के बाद भी खनिज अधिकारी कुंभकरण के नींद में सोए हैं,आखिर कब करेंगे अवैध रूप से डोलोमाइट की खनन कर शासन को लाखों करोड़ों की चूना लगाने वाले क्रेशर माफियाओं कार्यवाही ?

प्रदूषण नियमों की उड़ा रहे हैं धज्जियां , लेकिन कुंभकरण की निद्रा में प्रदूषण विभाग के अधिकारी

आखिर कब होगी कार्यवाही

वैसे तो सारंगढ़- बिलाईगढ़ जिले के प्रदूषण विभाग के अधिकारी आज भी रायगढ़ जिले में ही रहते हैं , लेकिन प्रदूषण विभाग के अधिकारी आज तक कटंगपाली के कोई भी क्रेशरों में झांकने के लिए नहीं पहुंचे । क्रेशर अवैध रूप से कई सारे बिना नियम पालन के संचालित हो रहे हैं , लेकिन प्रदूषण विभाग के अधिकारी कुंभकरण की निद्रा में आ गए हैं कब जागेंगे इसका तो पता नहीं और क्रेशर मालिक बेधड़क नियमों को अपनी जेब में रखकर क्रेशर संचालित कर रहे हैं।

अगर प्रदूषण विभाग हर एक क्रेशर की हर एक पहलू को सही से जांच करें तो कई सारी खामियां उनको प्राप्त होगी , लेकिन प्रदूषण विभाग के अधिकारी हैं कि अभी निद्रा अवस्था में चल रहे हैं । आखिर इनको जगाने वाला कौन और कब होगी इन बड़े-बड़े डोलोमाइट क्रशरों पर कार्यवाही यह तो आने वाला समय ही बताएगा।

अवैध डोलोमाइट खदान का खेल शुरू ,आखिर कब होगी कार्यवाही
जैसे ही बरसात जाने के बाद अब क्रेशर मालिक अवैध रूप से खनन करवाने के लिए अपनी माफियाओं को सक्रिय करने में लग गए हैं । वैसे तो कटंगपाली में कई क्रेशर ऐसे हैं जिनकी लीज भी है , लेकिन लीज एरिया को हटाकर दूसरे जगह में अवैध रूप से डोलोमाइट का खनन अब चालू हो गया है लेकिन माइनिंग विभाग है कि इस ओर ध्यान ही नहीं दे रहा है।

वैसे तो कटगपाली में बहुत सारे क्रेशर मालिक कमीशन में किसी का भी जमीन लेकर अवैध उत्खनन करवाने में पीछे नहीं रहे हैं और क्रशरों में जितनी क्षमता है उससे ज्यादा अवैध रूप से डोलोमाइट की भरमार रखे हुए हैं , लेकिन सारंगढ़ माइनिंग विभाग है कि सिर्फ चढ़ावे पर ही चल रही है , अब कटंगपाली के क्रेशर तरफ झांकने भी नहीं जाते तभी तो क्रेशर मालिक अवैध रूप से डोलोमाइट लेकर मालामाल हो रहे हैं।

एक जानकारी की मुताबिक जिनका भी डोलोमाइट का क्रेशर है वह अवैध रूप से पत्थर लेकर एक साल में लगभग एक से दो करोड रुपए कमा रहे हैं और शासन को करोड़ों रुपए का चूना लगा रहे हैं , लेकिन 20 किलोमीटर की दूरी पर सारंगढ़ – बिलाईगढ़ जिले के अधिकारी बैठकर सिर्फ मुख दर्शन बन रहे हैं । अब देखते हैं आने वाला समय ही बता पाएगा कि इन क्रशर मालिकों पर कब कार्यवाही होगी।

पिछले साल अवैध उत्खनन पर हुआ था कार्यवाही , लेकिन अब कार्यवाही हो गई है जीरो
वही जानकारी के मुताबिक 2024 में अवैध रूप से डोलोमाइट की खनन पर सारंगढ़ माइनिंग विभाग के अधिकारियों द्वारा कार्यवाही किया गया था , लेकिन इस साल हीरो से जीरो हो गए हैं वैसे लोग- बाग में चर्चा का विषय बना हुआ है । वैसे तो पिछले साल खनिज इंस्पेक्टर पटेल और अनुराग नंद ने द्वारा कार्यवाही की गई थी , लेकिन अब ठंड के मौसम में लग रहा है ऑफिस से निकलने का समय ही नहीं है तभी तो अवैध रूप से डोलोमाइट की खनन जोरों पर है और क्रेशर मालिक अवैध डोलोमाइट को लेकर मालामाल हो रहे हैं । खनिज विभाग के अधिकारी ठंडा के मौसम में पूरे ठंडा हो गए देखते हैं अब कब होगी कार्यवाही या फिर और ठंडा हो जाएंगे खनिज अधिकारी!

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