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बड़ा अपडेट:छत्तीसगढ़ सरकार द्वारा यूक्रेन में फंसे नागरिकों के लिए जारी हेल्पडेस्क सेवा में, अब तक 30 से अधिक लोगों ने किया संपर्क…और….युद्ध के बीच फंसे भारतीयों को वापस लाने के लिए विदेश मंत्रालय ने की एडवाइजरी जारी, ये है नागरिकों को वापस लाने के लिए भारत का प्लान…देखिए तस्वीरें

बड़ा अपडेट:छत्तीसगढ़ सरकार द्वारा यूक्रेन में फंसे नागरिकों के लिए जारी हेल्पडेस्क सेवा में, अब तक 30 से अधिक लोगों ने किया संपर्क…और….युद्ध के बीच फंसे भारतीयों को वापस लाने के लिए विदेश मंत्रालय ने की एडवाइजरी जारी, ये है नागरिकों को वापस लाने के लिए भारत का प्लान…देखिए तस्वीरें

न्यूज़ एजेंसी(Aaaa)छत्तीसगढ़।रूस-यूक्रेन विवाद के बीच प्रदेश सरकार ने यूक्रेन में फंसे राज्य के नागरिकों और छात्रों की सहायता के लिए कदम उठाना शुरू कर दिया है। इस संबंध में दिल्ली स्थित छत्तीसगढ़ भवन में लाइजन अधिकारी गणेश मिश्रा को इस मामले को देखने के लिए नोडल अधिकारी बनाया गया है। गणेश अब यूक्रेन में फंसे नागरिकों की मदद करेंगे। इसको लेकर छत्तीसगढ़ सरकार ने किसी भी प्रकार की सहायता के लिए हेल्पलाइन नंबर जारी किया है।मिली जानकारी के मुताबिक़ यूक्रेन में फंसे प्रदेश के 33 लोगों ने अब तक राज्य सरकार के नोडल अधिकारी से संपर्क किया है। वहीं बीते बुधवार को 13 लोगों ने संपर्क किया, जिनमें से 2 छात्र यूक्रेन से हैं और अन्य 11 परिजन हैं। इससे पहले दिन 20 लोगों ने नोडल अधिकारी से संपर्क किया था।

बताया गया कि संपर्क करने वालों में ज्यादातर लोग छत्तीसगढ़ के रायगढ़ जिले के धरमजयगढ़ शहर के 3 होनहार मेडिकल स्टूडेंट्स, यूक्रेन की राजधानी कीव में फँसे हुए हैं।इसके अलावा भिलाई, दुर्ग और रायपुर शहर के निवासी हैं।वहीं नोडल अधिकारी गणेश मिश्रा के मुताबिक ज्यादातर लोगों को उम्मीद है कि फ्लाइट की संख्या बढ़ने के साथ ही उनकी वापसी हो जाएगी। युद्ध के बीच फंसे भारतीयों को वापस लाने के लिए विदेश मंत्रालय ने की एडवाइजरी जारी, ये है नागरिकों को वापस लाने के लिए भारत का प्लान
:कई दिनों के तनाव व आशंकाओं के बाद आखिरकार रूस व यूक्रेन के बीच आज जंग छिड़ ही गई। इस युद्ध ने यूरोप में महायुद्ध व तीसरे विश्व के हालात पैदा कर दिए हैं। रूस ने भी पूरी तैयारी के साथ मैदान में उतारने का एलान किया है तो अमेरिका के नेतृत्व में नाटो(NATO) भी मैदान संभाल सकता है। यूक्रेन ने जवाबी हमले शुरू कर दिए हैं।रूसी हमलों से बचने के लिए मेट्रो स्टेशन के शेल्टर में जाते लोग.

(फोटो-AFP)

आपको बता दे यूक्रेन में फंसे नागरिकों के लिए भारत सरकार ने एक प्लान तैयार किया है. विदेश मंत्रालय ने कहा हेल्पलाइन नंबर्स जारी किए जा रहे हैं. वहीं वैकल्पिक व्यवस्था तैयार की जा रही है. रूसी राष्ट्रपति व्लादिमीर पुतिन द्वारा यूक्रेन के खिलाफ सैन्य अभियान शुरू करने के कारण बड़े संघर्ष के खतरे की आशंका के बीच भारत इस पूर्वी यूरोप के देश से अपने नागरिकों खासकर छात्रों की सहायता के उपायों पर ध्यान केंद्रित किये हुए है.विदेश मंत्रालय ने की घोषणा
” उन्होंने यूक्रेन में मौजूदा स्थिति के कारण नई दिल्ली में एक नियंत्रण कक्ष स्थापित किया है और नियंत्रण कक्ष उन सभी फंसे हुए भारतीय नागरिकों को सूचना और सहायता प्रदान करेगा जो युद्ध से वापस आना चाहते हैं. यूक्रेन में फंसे भारतीय नागरिकों को अधिकतम सहायता प्रदान करने के लिए विदेश मंत्रालय ने भारत में अपने नियंत्रण कक्ष का विस्तार किया है और इसे 24×7 आधार पर चालू किया है.क्या हो सकता है विकल्प इस पर चर्चा की गई सड़क मार्ग से यूक्रेन की सीमा पर लगे दूसरे देशों में प्रवेश करवाया जाए. भारत सरकार दूसरे देशों से यह बात करेगी की बिना VISA के केवल भारतीय पासपोर्ट पर उनको उन देशों में आने दिया जाए. कुवैत संकट के समय नब्बे के दशक में भारत ने ऐसा किया भी था.कौन-कौन से विकल्प ख़त्म हो चुके हैं इसको लेकर भी चर्चा की गई है. फ़िलहाल हवाई मार्ग सम्भव नहीं है.पूर्व में रुस, उत्तर में बेलारूस और दक्षिण में ब्लैक सी अभी के हिसाब से यह एक सम्भावित सीन बन रहा है...!

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