त्योहारों से पहले एक और झटका, महंगाई अभी और रुलाएगी
(Aaa)नई दिल्ली: पेट्रोल-डीजल और रसोई गैस की बढ़ी कीमतों से आगे भी राहत मिलने की उम्मीद नहीं है। बाजार विशेषज्ञों का कहना है कि आने वाले दिनों में ईंधन की कीमतों में और बड़ा उछाल देखने को मिलेगा। यह आम आदमी पर बोझ बढ़ाने का काम करेगा। आईआईएफएल सिक्योरिटीज के वाइस प्रेसीडेंट (करेंसी व एनर्जी रिसर्च) अनुज गुप्ता ने हिन्दुस्तान को बताया कि अमेरिका में प्राकृतिक गैस 12 साल के उच्चतम स्तर पर पहुंच गई। इसकी वजह यह है कि वैश्विक बाजार में ईंधन की आपूर्ति में कमी ने सर्दियों से पहले देश में आशंकाओं को जन्म दिया। इससे गैस की मांग में बड़ा उछाल आया है, जो कीमत बढ़ाने का काम किया है।
वहीं, तेल निर्यात देशों के संगठन ओपेक ने भी कच्चे तेल का उत्पादन मांग के अनुरूप धीरे-धीरे बढ़ाने का फैसला किया है। इससे अंतरराष्ट्रीय बाजार में तरल पेट्रोलियम गैस यानी एलपीजी की कीमत तेजी से बढ़ी है। इसका सीधा असर भारतीय बाजार पर हुआ है और आगे भी होगा। उल्लेखनीय है कि अंतरराष्ट्रीय स्तर पर ईंधन की कीमतों में तेजी के मद्देनजर बुधवार को रसोई गैस एलपीजी की कीमत में 15 रुपये प्रति सिलेंडर की वृद्धि की गई, जबकि पेट्रोल और डीजल की कीमतें भी रिकॉर्ड ऊंचाई पर पहुंच गईं। पिछले एक साल में रसोई गैस 305.50 रुपये तक महंगा हो चुका है। इस वर्ष 1 सितंबर को 14.2 किलोग्राम के गैर-सब्सिडी रसोई गेस सिलेंडर के दाम में 25 रुपये की बढ़ोतरी की गई थी। इससे पहले 17 अगस्त को गैस सिलेंडर की कीमतों में 25 रुपये का इजाफा हुआ था।