CG चोटी पर बवाल- प्रिसिपल ने छात्र से कहां चोटी कटवाओं ,छात्र ने कहां चोटी धर्म का प्रतीक,भाजयुमो ने स्कूल में किया जमकर बवाल….जानिए किस जिले का है….मामला….पढ़ें न्यूज़ मिर्ची-24
छत्तीसगढ़ के कांकेर जिला के एक प्राइवेट स्कूल में छात्र की चोटी कटवाने के फरमान को लेकर स्कूल में जमकर बवाल मच गया। स्कूल के प्रिंसिपल ने छात्र को चोटी काटकर स्कूल आने का फरमान सुना दिया था, जिस पर छात्र ने चोटी को धर्म का प्रतीक बताते हुए चोटी कटवाने से इंकार कर दिया……फिर क्या था छात्र के इस जवाब से प्रिंसिपल साहब बौखला गये और छात्र को स्कूल बाहर निकाल दिया, जिसके बाद भाजयुमों ने स्कूल में पहुंचकर जमकर बवाल किया।पूरा मामला भानुप्रतापपुर के सेंट जोसफ स्कूल का बताया जा रहा है।
यहां कक्षा 10वीं के छात्र अंश तिवारी के परिजनों ने आरोप लगाया है कि उनके बेटे को पिछले 2 दिनों से स्कूल में घुसने नहीं दिया जा रहा है। प्रिंसिपल जोमोन पीटी से जब उन्होने इस मसले पर बात की तो, उन्होंने छात्र की चोटी कटवाने के बाद ही स्कूल में प्रवेश दिये जाने का हवाला दे दिया। प्रिसिंपल के इस फरमान से आहत छात्र ने बताया कि स्कूल में चोटी को लेकर उसे लगातार टॉर्चर किया जा रहा था।
जिसके बाद गुरूवार को मामले की जानकारी मिलते ही परिजनों के साथ भारी संख्या में भाजयुमो कार्यकर्ता भी स्कूल पहुंच गए। उन्होंने स्कूल कैंपस और प्रिंसिपल के कमरे में जय श्री राम के नारे लगाते हुए प्रिसिंपल के इस फरमान का पुरजोर तरीके से विरोध किया गया। भाजयुमो जिला अध्यक्ष राजा पांडे ने मीडिया को बताया कि छात्र अंश के परिजनों ने इस मामले की जानकारी दी थी। जिसके बाद भाजयुमों कार्यकर्ता और पदाधिकारी स्कूल पहुंचे। उन्होने आरोप लगाया कि इस स्कूल में बच्चों की धार्मिक भावनाओं को ठेस पहुंचाई जा रही है। हिंदू बच्चों की भावनाओं से लगातार खिलवाड़ किया जा रहा है। भाजपा धर्मांतरण के खिलाफ लगातार आंदोलन कर रहा है, ऐसे में इस मामले पर भी स्कूल के प्रिंसिपल के इस आदेश का भाजयुमों विरोध करता है।
वही भानुप्रतापपुर के एसडीएम जितेंद्र यादव ने बताया कि यह एक प्राइवेट स्कूल से जुड़ा हुआ मामला है। यहां किसी मुद्दे को लेकर बच्चे को स्कूल से निकाला गया था। इस मामले को लेकर परिजन और बाकी समाज के लोग मिलने आए थे। स्कूल प्रबंधन के बीच सहमति बनी है कि आगे से कुछ भी इस तरह के मामले सामने आएंगे तो परिजनों को सूचना दी जाएगी। वही एसडीएम ने साफ किया कि ऐसे मामलों को दोहराया जाता है, तो स्कूल प्रबंधन पर कार्रवाई की जायेगी । स्कूल प्रबंधन की तरफ से भी आश्वासन मिला है कि दोबारा इसकी कोई शिकायत नहीं मिलेगी।




