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हाई कोर्ट में अधिवक्ताओं की दिखी ताकत
हाईकोर्ट में 50 से ज्यादा सीनियर अधिवक्ताओं ने की गिरफ्तार अधिवक्ता की पैरवी और दिला ही दी अंतरिम जमानत…

हाई कोर्ट में अधिवक्ताओं की दिखी ताकत

हाईकोर्ट में 50 से ज्यादा सीनियर अधिवक्ताओं ने की गिरफ्तार अधिवक्ता की पैरवी और दिला ही दी अंतरिम जमानत…

रायगढ़। अधिवक्ताओं की एकता का परिचय हाईकोर्ट में उस वक्त देखने को मिला जब रायगढ़ में गिरफ्तार अधिवक्ता भुवन साव को जमानत दिलवाने 50 से भी ज्यादा अधिवक्ता न्यायालय में पैरवी करने के लिए खड़े हुए। इन अधिवक्ताओं में से ज्यादातर छत्तीसगढ़ हाई कोर्ट के सीनियर एडवोकेट थे सामान्य तौर पर जिनकी एक पैरवी की फीस 2 से ₹3 लाख रुपए होती है।

आपको बता दें कि 11 फरवरी को रायगढ़ के राजस्व न्यायालय में अधिवक्ताओं की ओर से प्रदर्शन के दौरान कुछ अधिवक्ताओं पर मारपीट के  आरोप लगा दिए गए थे और प्रशासनिक एवं सरकारी के दबाव में बिना जांच के ही उन पर एफ आई आर दर्ज कर दी गई थी। इस बात का विरोध अधिवक्ता संघ रायगढ़ की ओर से लगातार किया जा रहा था जिसके समर्थन में न केवल प्रदेश भर के अधिवक्ता आए बल्कि स्टेट बार काउंसिल एवं बार काउंसिल आफ इंडिया भी अधिवक्ताओं के खिलाफ किए जा रहे अन्याय का विरोध करते हुए समर्थन में आगे आए।

भाजपा भी खुलकर आ गई है अधिवक्ताओं के समर्थन में

अधिवक्ताओं की ओर से शुरू किए गए भ्रष्टाचार के खिलाफ आंदोलन में जिला और प्रदेश भाजपा भी खुलकर समर्थन में सामने आ गई सोमवार को भाजपा के प्रदेश महामंत्री ओपी चौधरी और रायगढ़ के जिला भाजपा अध्यक्ष उमेश अग्रवाल अपनी भारी-भरकम टीम को लेकर अधिवक्ताओं के साथ धरना स्थल पर भ्रष्टाचार के खिलाफ अपनी ओर से भी शंखनाद कर दिया है। भाजपा के समर्थन में आते ही प्रशासनिक एवं सरकारी चिंता बढ़ गई है। जिसके बाद आंदोलन को समाप्त करवाने की साजिशें में तेज हो गई हैं ऐसा प्रतीत होता है।

भुवन साव इस मामले के पहले कथित आरोपी हैं जिन्हें पुलिस ने गिरफ्तार किया था और इनकी जमानत अर्जी रायगढ़ न्यायालय ने नामंजूर कर दी थी जिसके बाद हाईकोर्ट में आज सुबह सुनवाई हुई और हाई कोर्ट के सीनियर एडवोकेट के समूह ने ऐसी ऐसी दलीलें पेश की कि संभवतः न्यायालय को भी एहसास हुआ कि अधिवक्ताओं के साथ गलत हुआ है और उन्हें प्रशासनिक साजिश का शिकार होना पड़ा है।

अन्य 3 अधिवक्ताओं की भी लगाई जाएगी जमानत याचिका

प्रशासन की ओर से पुलिस के समक्ष कुल 5 अधिवक्ताओं के खिलाफ नामजद शिकायत की गई थी जिसमें से चार अधिवक्ता गिरफ्तार कर लिए गए थे जबकि एक की गिरफ्तारी नहीं हो सकी थी। ऐसे में एक अधिवक्ता की अग्रिम जमानत याचिका रायगढ़ न्यायालय में पेश की जानी है, जबकि तीन अन्य गिरफ्तार अधिवक्ताओं की जमानत याचिका रायगढ़ न्यायालय ने नामंजूर कर दी है , जिसके बाद इन तीनों अधिवक्ताओं कि अंतरिम जमानत के लिए हाई कोर्ट में आवेदन लगाया जाएगा।

अधिवक्ता संघ पहुंचा जिला जेल कैंपस

गिरफ्तार अधिवक्ता भुवन साव की हाईकोर्ट से जमानत मिलने के बाद रायगढ़ न्यायालय में प्रक्रिया पूर्ण कर शाम 4:00 बजे उन्हें जिला जेल रायगढ़ से रिहा किया गया। इस दौरान रायगढ़ अधिवक्ता संघ के सदस्य वहां पहुंचे और उनका फूलों से स्वागत करते हुए एक रैली निकालकर जिला जेल से धरना स्थल तक पहुंचे जहां औपचारिक उद्बोधन एवं रिहा हुए अधिवक्ता साव की ओर से उन्हें फर्जी तरीके से आरोपी बनाए जाने के घटनाक्रम को स्वयं बताया।

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