CM भूपेश की दो टूक-पुलिस की वजह से खुदकुशी नही होनी चाहिए….पढ़ें न्यूज़ मिर्ची-24
रायगढ़। छत्तीसगढ़ पुलिस को मुख्यमंत्री भूपेश बघेल का सबक़ है कि वो सरल सहज हो, लोगों से नियमित संवाद मुलाक़ात रखें और सबसे अहम यह कि अधिकारियों का सीधा संवाद सिपाहियों से हो, इस सीधे संवाद के मायने आदेश और पालन का औपचारिक स्वरुप नहीं हो बल्कि पारिवारिक हो।हालाँकि इस सरल सहज के साथ साथ अपराधियों में पुलिस का ख़ौफ़ भी होना चाहिए।
मुख्यमंत्री भूपेश बघेल बेहद पारिवारिक और सहज माहौल में राज्य के पुलिस कप्तानों और रेंज आईजी से मिले।उन्होंने ने जब बैठक शुरु ही की तो स्पष्ट कहा –
“आज की बैठक में आप सभी का स्वागत है, हमारी जो उपलब्धियाँ है, कमियाँ हैं उनकी समीक्षा करने बैठक बुलाई गई है, मैं पहले ही साफ़ कर दूँ कि मेरा उद्देश्य किसी भी अधिकारी को असहज करना नहीं है.. जो भी बातें होंगी वो किसी एक पर नहीं बल्कि सभी पर लागू होंगी”
क़रीब पाँच घंटे चली इस बैठक में एक मसला ऐसा था जिसने कल भी अपनी मौजुदगी रखीं और वह आज भी मौजुद रहा। यह मसला था सांप्रदायिक तनाव और धार्मिक जाति आधारित विवाद का। पुलिस कॉंफ़्रेंस में यह विषय क़रीब आधे घंटे से उपर चलता रहा। मुख्यमंत्री बघेल ने
कवर्धा कप्तान मोहित गर्ग से पूछा
“क्या हुआ था.. पूरा विस्तार से बताईए..और फिर कैसे हैंडल किए”
इस पर कवर्धा कप्तान मोहित गर्ग ने क़रीब दस मिनट का समय लिया और पूरा ब्यौरा दिया। इसके बाद मुख्यमंत्री बघेल ने कहा
यह विषय सभी के जानने का है, विरोधियों के पास कोई मुद्दा नहीं है, वे धर्म जाति समूह समुदाय के मसले पर तनाव और विवाद पर केंद्रित रहेंगे, आप सबको इसका ध्यान रखना है कि ऐसी कोई स्थिति ना आए, उन तत्वों की समय रहते पहचान करिए और नज़र रखते हुए प्रभावी नियंत्रण रखिए”
CM भूपेश बघेल ने पुलिस अधिकारियों को समझाईश दी कि वे पुलिस के निचले अमले तक ऐसा संवाद करें कि वे उत्साहित हो। मुख्यमंत्री बघेल ने कहा
“सिपाहियों से सतत संवाद रखिए, यह संवाद आदेश और पालन की जानकारी की औपचारिकता तक सीमित ना हो, यह उससे और आगे होना चाहिए, उन्हें पारिवारिक माहौल दीजिए, इससे सिपाही उत्साहित होते हैं और वे उत्साहित रहे तो सब बेहतर होगा क्योंकि वे सबसे महत्वपूर्ण हैं”
पुलिस सरल रहे और लोगों से उसका नियमित संवाद रहे इसके लिए मुख्यमंत्री बघेल ने ज़ोर दिया लेकिन इसके ठीक बाद जो उन्होंने कहा वो और गंभीर है। सीएम बघेल ने कहा –
“पुलिस का असर अपराधियों पर दिखना चाहिए लेकिन पुलिस प्रताड़ना से ख़ुदकुशी नही होनी चाहिए”




