✍️सारंगढ़ से संवाददाता news🌶️…24
सारंगढ़ क्षेत्र के ग्राम पंचायत कटंगपाली में इन दिनों बिंदल मिनरल्स द्वारा अवैध खदान संचालित करके शासन को चूना लगाने में लगे हुए हैं । वही मिली जानकारी के अनुसार बिंदल मिनरल्स द्वारा अपनी लीज क्षेत्र को छोड़कर वहां लगे जमीन को खोदने का काम किया जा रहा है । वहीं सूत्रों की माने तो यह जमीन किसी और का होना बता रहे हैं ।
💥💥कई सवालों के घेरे में है बिंदल मिनरल्स💥💥
माइनिंग विभाग तो कार्यवाही के नाम पर सिर्फ खानापूर्ति कर रही है ।कार्यवाही के नाम पर सिर्फ पेनाल्टी ही पटाकर क्रेशर को खोल दिया जा रहा है।क्या खनिज विभाग इस क्रेशर को क्षमता से अधिक मात्रा की खुली छूट दे रखी है ? क्योंकि इनके क्रेशर में देखें तो लाखों टन डोलोमाइट पड़े हुए हैं ।
💥💥चाइना माल को भी डंप करके रखे हुए हैं…💥💥
गुडे़ली से जो सिक्स एमएम जाता है उसको वहां चाइना माल नाम दे दिया गया है ,जो बिंदल मिनरल्स में बहुत सारा अवैध तरीके से डंप है । क्या इसकी जानकारी माइनिंग विभाग को नहीं है ,अगर नहीं है तो माइनिंग विभाग जानकारी कर लें , क्योंकि यहां पर लाखों टन गुडे़ली का डोलोमाइट और चाइना माल रखा हुआ है।क्या इसकी रॉयल्टी पर्ची बिंदल मिनरल्स के पास है ? अगर है तो माइनिंग विभाग को चेक करना चाहिए ।अगर नहीं है तो उस पर कार्यवाही करना चाहिए । बिंदल मिनरल्स जब भंडारण डोलोमाइट का ले रखा है तो गुडे़ली का इतना सिक्स एमएम क्या करता है ? बिंदल मिनरल्स यूं तो अपनी कमाई के चक्कर में डोलोमाइट में गुडे़ली के सिक्स एमएम को खपा कर मालामाल हो रहा है । कंपनी को भी ध्यान में रखकर उससे सिक्स एमएम या डोलोमाइट लेना चाहिए । अगर मिक्सिंग माल देता होगा तो वह असली लोहा के नहीं बन पाएगा । इससे आम लोगों को घाटा होगा ।
💥💥अवैध तरीके से खदान खोलकर मालामाल हो रहा है बिंदल मिनरल्स💥💥
जांच के नाम पर माइनिंग विभाग सुर्खियों में बहुत आया हुआ था क्योंकि रायगढ़ कलेक्टर भीम सिंह जब से आए हैं तब से क्रेशर माफियाओं में ताबड़तोड़ कार्यवाही हो रही है।बिंदल मिनरल्स पर भी कई बार कार्यवाही हो चुकी है , लेकिन माइनिंग विभाग को ध्यान में रखकर कार्यवाही करनी चाहिए । पेनाल्टी ही पटा देने से क्रेशर वाले को क्या फर्क पड़ेगा ,क्योंकि वह तो अवैध तरीके से बहुत सारी कमाईयाँ कर रही है।
💥💥बिंदल मिनरल्स प्रदूषण विभाग को दिखा रहा है ठेंगा💥💥
यूं तो रायगढ़ जिला खनिज संपदा से भरा हुआ है । प्रदूषण विभाग को इसकी जांच करनी चाहिए , लेकिन प्रदूषण विभाग को तो यहां देखने क्या झांकने तक का फुर्सत नहीं है । यूं कहा जाए कि अगर प्रदूषण विभाग बिंदल मिनरल्स में जाकर चेक करे तो बहुत सारी अनियमितताएं मिलेगा । प्रदूषण विभाग तो सिर्फ और सिर्फ मोटा लिफाफा पहुंच जाने से घोड़े बेचकर कर सो रहे हैं । इनको बोलने वाला भी कोई नहीं है ऐसा प्रतीत हो रहा है । प्रदूषण विभाग की सुनने और देखने की शक्ति चली गई है , तभी तो यहां के आसपास के ग्रामीण प्रदूषण से मर रहे हैं , लेकिन पर्यावरण विभाग को कोई फर्क पड़ने वाला नहीं है ।
💥💥हादसों को न्योता दे रहा है बिंदल मिनरल्स💥💥
बिंदल मिनरल्स श्रम विभाग को भी ठेंगा दिखाकर क्रेशर संचालित कर रहा है । अगर आपको क्रेशर में काम करना हो तो अपनी सुरक्षा के लिए हेलमेट और जूता पहनना जरूरी होता है । यहां के एक भी कर्मचारी हेलमेट और जूता नहीं पहना हुआ है । लग रहा है कि बिंदल मिनरल्स के हुनर द्वारा कर्मचारियों को सुरक्षा के लिए हेलमेट और जूता नहीं दिया है , तभी तो वह नहीं पहन रहा है और अपनी जान को जोखिम में डालकर वहां पर अपनी पापी पेट के लिए काम कर रहे हैं । यहां ना तो माइनिंग विभाग का डर है , ना प्रदूषण विभाग का और ना ही श्रम विभाग का । उसके बाद भी धड़क्के के साथ क्रेशर संचालित हो रहा है । क्या इस पर कार्यवाही करने वाला कोई नहीं है ? यूँ तो माइनिंग विभाग इस साल ताबड़तोड़ कार्रवाई की है , लेकिन जिस प्रकार से कार्यवाही करनी चाहिए वह कार्यवाही बिंदल मिनरल्स पर नहीं कर रही है । अब आगे देखना लाजमी होगा कि माइनिंग विभाग , श्रम विभाग या प्रदूषण विभाग इस पर क्या कार्यवाही करती है ।
💥💥क्या कहते हैं सहायक खनिज अधिकारी ए बारीक💥💥
जब हमने इस संबंध में सहायक खनिज अधिकारी ए बारीक से दूरभाष के माध्यम से संपर्क साधा तो उन्होंने बताया कि अगर भंडारण क्षमता से ज्यादा माल डंप करके रखा हुआ है तो यह जांच का विषय है । इसमें हम जांच करेंगे । अगर जांच में अनियमितताएं पाई गई तो कार्यवाही की जाएगी ।