जिला प्रशासन भय मुक्त हैं,भूमाफिया
बेदखली के आदेश को दरकिनार कोटवारी सेवा भूमि पर कुछ कबाड़ीयों द्वारा किया जा रहा है…अवैध निर्माण….देखें आदेश की कॉपी….पढ़ें न्यूज़ मिर्ची-24



रायगढ़- जिले में दर्जनो भू-माफियाओं के द्वारा न केवल सरकारी नजूल भूमि बल्कि कोटवारी सेवा भूमि पर अवैध कब्जा और खरीद-बिक्री के कई मामले सामने आ चुके हैं।हालांकि हर एक मामलों में जिला प्रशासन थोड़ी बहुत सक्रियता दिखा कर अपने हाँथ पांव आश्चर्यजनक ढंग से समेट लेता है।इस वजह से कोटवारी सेवा भूमि से न तो अवैध कब्जा हटता है न अवैध खरीद-बिक्री रुकती है।हैरानी की बात है कि यह सब कुछ ये सब प्रशासन के नाक के नीचे धड़ल्ले से चलता रहता है।परन्तु उसके कान पर जूं नही रेंगती।एक तरह से कहें तो भू माफियाओं पर लगाम कसने वाला कोई नजर नहीं आता है। ऐसे में या तो कार्रवाई ना होने या फिर आधी-अधूरी कारवाही के कारण इनके हौसले बुलंद हैं…ताजा मामला रायगढ़ जिले के पूंजीपथरा क्षेत्र में रायगढ-जशपुर हाइवे पर स्थिति ग्राम गेरवानी की सेवा भूमि का है। जानकारी मिली कि यहां कोटवारी सेवा भूमि पर अवैध कब्जा और निर्माण कर गलत तरीके से ढाबे का संचालन और निर्माण दोनों ही जारी है।इस मामले की हकीकत जानने का प्रयास किया गया तो पता चला कि उक्त भूमि कोटवार गुलाब दास के नाम पर दर्ज है। अपनी भूमि पर ही कोटवार गुलाब दास ने फ्लाईएश डंप कराने के साथ ही पेडों की कटाई भी की है। जो पूरी यरह से गैरकानूनी है।

इतना ही नहीं गुलाब दास की सहमति से उक्त सेवा भूमि पर एक ढाबा निर्माणाधीन है जो कि अन्य व्यक्ति द्वारा संचालित भी कियॉ जा रहा है। स्थानीय लोगों द्वारा कई बार विरोध जताने पर तहसील न्यायालय के द्वारा उक्त भूमि पर स्टे लगा दिया गया था।लेकिन कोर्ट के द्वारा लगाए गए स्टे के बावजूद उक्त भूमि पर फ्लाईएश डालकर न केवल भूमि को पाटा गया है बल्कि उसके साथ ही बोर भी खुदवाया गया है। फिर ढाबे का संचालन भी कियॉ जा रहा है।अब सवाल ये उठता है कि उंक्त सेवा भूमि पर तहसील न्यायालय के द्वारा लगाए गए स्टे के बावजूद भी वहां निर्माण कार्य कैसे और किसकी शह पर किया जा रहा है?यही नही इस भूमि पर जो बोर की खुदाई हाल ही में हुई है इस बोर की खुदाई की अनुमति किसने और कब दी.?कोर्ट द्वारा स्टे होने के बावजूद हुई बोर की खुदाई किये जाने से साफ जाहिर होता है कि 2 से 3 दिन पहले ही यहां जो बोर खोदवाया गया है वह कोटवार के द्वारा ही प्रशासन को धोखे में रखकर कियॉ गया है।

🔻पूरा खेल कुछ कबाड़ीवालों का🔻
गेरवानी गांव के स्थानीय निवासियों द्वारा बताया गया कि गुलाबचंद दास कोटवार को सामने रखकर कोटवारी सेवा भूमि पर कुछ कबाड़ीयों द्वारा जमीन पर निर्माण करवाकर ढाबा की आड़ में अवैध कबाड़ का कारोबार खोलने का चल रहा है.खेल…!!
💥नही मिला कोटवार का पक्ष💥
इस मामले पर कोटवार गुलाब दास का पक्ष जानने की कोशिश की और उनसे फोन पर संपर्क किया गया तो उनका नम्बर बंद आया उनके घर से जानकारी मिली कि वे सुबह से ही पंचायत में बैठक लेने गए हुए हैं लेकिन जब हमने पंचायत कार्यालय जाकर पता किया तो जानकारी मिली कि वहां कोई बैठक ही नहीं चल रही थी पंचायत कार्यालय बंद था।
💥क्या कहती हैं सरपंच💥
इस संबंध में हमने सरपंच मोहरमती सिदार से बात की तो उनका है कि गांव की कोटवारी सेवा भूमि पर कोर्ट के स्टे के बावजूद अवैध कब्जा और निर्माण किया जा रहा है तो गलत है। पँचायत मामले को गम्भीरता से ले रही है। जल्दी ही प्रशासन के सहयोग से अतिक्रमण हटाया जाएगा…!
💥तहसीलदार का कहना है..💥
सेवा भूमि पर अवैध कब्जे और निर्माण की जानकारी मिलने पर पहले भी काम रोका गया था,अगर इसके बावजूद निर्माण किया है रहा है तो दोषियों के विरुद्ध प्रशासन कड़ी कार्यवाही करेगा।।




