कोयला अलर्टः सीएम भूपेश बघेल ने की पॉवर प्लांट में कोयला आपूर्ति की समीक्षा, छत्तीसगढ़ के पॉवर प्लांट में क्रिटिकल स्थिति, दो पॉवर प्लांट में बचा सिर्फ इतने दिनों का कोयला
रायगढ़। देशभर में गहराए कोयला संकट का असर छत्तीसगढ़ तक पहुंच गया है। छत्तीसगढ़ के डॉ. श्यामा प्रसाद मुखर्जी थर्मल पॉवर स्टेशन में 3.8 दिन और एसटीपीएस में 3.2 दिन का ही कोयला बचा है। इसे क्रिटिकल स्थिति माना जाता है। मड़वा पॉवर प्लांट में 7 दिनों का कोयला उपलब्ध है। इस गंभीर स्थिति के मद्देनजर सीएम भूपेश बघेल ने सोमवार को पॉवर प्लांट में कोयला आपूर्ति की समीक्षा की। इस बैठक में मुख्य सचिव अमिताभ जैन, एसीएस सुब्रत साहू, सचिव सिद्धार्थ परदेशी, बिजली कंपनी के चेयरमैन अंकित आनंद सहित एसईसीएल के सीएमडी अम्बिका प्रसाद पंडा और रेलवे जोन के जीएम आलोक कुमार खासतौर पर मौजूद थे।अधिकारियों ने मीडिया से बताया कि केंद्रीय बिजली प्राधिकरण के मानक के अनुसार पीट हेड के पॉवर प्लांटों में न्यूनतम 15 दिन के लिए कोयले का भंडार होना चाहिए। 5 दिन से कम होने पर क्रिटिकल और 3 दिन से कम होेने पर सुपर क्रिटिकल स्थिति माना जाता है। छत्तीसगढ़ के दो पॉवर प्लांट में कोयले की स्थिति अब क्रिटिकल हो गई है। राज्य के पॉवर प्लांट को एसईसीएल अगस्त से जो कोयला मिल रहा है, उसका जीसीवी कम होने के कारण आवश्यकता 29500 मी. टन हो गई है। इसके विरुद्ध एसईसीएल द्वारा 78 फीसदी यानी 23290 मी. टन कोयले की आपूर्ति की जा रही है। एसईसीएल के सीएमडी ने आश्वस्त किया कि इसे बढ़ाकर 29500 किया जाएगा। रेलवे जीएम ने कोयला परिवहन के लिए पर्याप्त रैक उपलब्ध कराने का आश्वासन दिया है।बता दें कि छत्तीसगढ़ में बिजली की औसत डिमांड 3803 मेगावाट है, जिसके विरुद्ध उपलब्धता 3810 मेगावाट है। प्रदेश में पीक समय में बिजली की औसत डिमांड 4123 मेगावाट है। इसके विरुद्ध इतनी ही उपलब्धता है। पीक समय में उपलब्धता बनाए रखने के लिए 200 से 400 मेगावाट बिजली खरीदने की जरूरत पड़ रही है। वर्तमान में एनटीपीसी की लारा (400 मेगावाट) एवं सीपत यूनिट (104 मेगावाट) तथा एनएसपीएल संयंत्र (25 मेगावाट) वार्षिक रखरखाव के कारण बंद है। इस कारण कुल 529 मेगावाट बिजली कम प्राप्त हो रही है। एनटीपीसी की लारा यूनिट 12 अक्टूबर से प्रारंभ होने की संभावना है। इस यूनिट के प्रारंभ होने पर एक्सचेंज से विद्युत क्रय की स्थिति लगभग नहीं रहेगी। एनटीपीसी सीपत संयंत्र 21 अक्टूबर तक प्रारंभ होने की संभावना है।




