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CG- कुत्ते ने निभाया मां का फर्ज: जन्म देकर निर्दयी मां बच्ची को आधी रात कुत्तों का निवाला बनने छोड़ आयी… आगे पढ़े न्यूज़ मिर्ची-24

CG- कुत्ते ने निभाया मां का फर्ज: जन्म देकर निर्दयी मां बच्ची को आधी रात कुत्तों का निवाला बनने छोड़ आयी… आगे पढ़े न्यूज़ मिर्ची-24

रायगढ़।छत्तीसगढ़ के मुंगेली से एक ऐसी घटना सामने आई है.. आइए जानते हैं क्या है मामला….औलाद को छोटी सी सुई भी चुभ जाये तो मां का कलेजा मुंह को आ जाता है। खुद ही औलाद ना भी हो तो दूसरे बच्चे का दर्द बैचेन कर देता है…लेकिन…..ना जाने कैसी निष्ठुर मां थी वो, जिसने अपने जिगर के टुकड़े को जनने के बाद कुत्तों का निवाला बनने छोड़ दिया। ….लेकिन मां तो मां होती है ना…फिर चाहे इंसान की हो या फिर कुत्ते….जन्म देने वाली मां भले ही अपना फर्ज भूल गयी, पर कुत्तों ने ममत्व का फर्ज अदा किया। अंधेरी रात और सर्द मौसम में कुत्तों ने अपने बच्चों की तरफ उस नवजात का ख्याल रखा…जानवरों ने ऐसा दुलार दिया कि सर्द मौसम में नवजात को एक सिसकी तक लेने नहीं दी। सुबह जब गांव वालों की नजर बच्ची पर पड़ी तो बच्ची को अस्पताल ले जाया गया, जहां बच्ची पूरी तरह से स्वस्थ्य है।दिल दहलाने वाली ये घटना छत्तीसगढ़ के मुगेली की है। जहां लोरमी के सारिसताल गांव में आज सुबह ग्रामीणों ने कुत्तों के बीच नवजात को देखा तो सिहर उठे। एक पल तो यही लगा कि खूंखार कुत्तों के बीच शायद ही मासूम जिंदा हो, लेकिन पास जाकर देखा, तो बच्ची छोटी-छोटी आंखों से निहारती दिखी। बच्ची को जिंदा देख गांववालों ने कुत्तों के बीच से बच्ची को गोद में उठाया और फिर तत्काल इसकी सूचना सरपंच और फिर कोटवार को दी। बच्ची को आनन-फानन में जिला अस्पताल ले जाया गया, जहां डाक्टरों ने बच्ची को पूरी तरह से स्वस्थ्य करार दिया।जानकारी के मुताबिक गांव में एक पैरा की छावनी में कुत्तों ने बच्चों को जन्म दिया था। कुत्ते वहीं रहते थे। कुत्तों ने जहां अपने बच्चों के लिए पैरावट में अपना घर बनाया था, वहीं देर रात किसी ने खुले शरीर नवजात बच्ची को वहां छोड़ दिया और चले गये। रात भर बच्ची की ना तो रोने की आवाज किसी ने सुनी और ना ही सुबह ही बच्ची रोती मिली। मादा श्वान ने अपने शावकों के साथ इस नवजात को कड़कड़ाती ठंड से बचाया और एक माँ का फर्ज निभाया…सुबह जब गाँववालो ने शावकों के साथ खेलती इस बच्ची को देखा तो उसे अस्पताल पहोचाया। हैरानी और आश्चर्य की बात है कि रातभर उस माँ ने इसकी ऐसी देखभाल की नवजात के शरीर पर एक खरोच तक नही आई और कड़कड़ाती ठंड के बावजूद सिर्फ ममत्व ने उसे बचाए रखा। फिलहाल बच्ची चाइल्ड लाइन की देखरेख में हैं, चाइल्ड लाइन बच्ची को आकांक्षा नाम दिया है। कल बच्ची को मातृछाया अनाथालय को सौंप दिया जायेगा।

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