अवैध ऑयल के परिवहन ने ली युवक की जान, पुलिस और प्रशासन इसे कह रहा सड़क हादसा
पिकअप में ऑयल टैंक जोड़कर चल रहा अवैध कारोबार…आइए जानते हैं…कब और कहां का है…मामला…!
रायगढ़।शहर के कोतरा रोड थाना क्षेत्र अंतर्गत बीते शुक्रवार शाम को बायोडीजल पिकअप टैंकर ने एक बाइक सवार युवक को लिया अपनी चपेट में,हुई मौत! प्राप्त जानकारी के मुताबिक, बेस ऑयल
या पेट्रोलियम प्रोडक्ट के अवैध कारोबार पर रोक लगाने के बजाय सबने आंखें मूंद ली हैं। इसी कारोबार ने शुक्रवार को एक युवक की जान ले ली।पता चला कि गाड़ी का रजिस्ट्रेशन तो हल्के भारवाहक वाहन के रूप में हुआ है लेकिन उसमें टैंकर लगाकर चलाया जा रहा था।

रायगढ़ जिले में बेस ऑयल या कथित बायोडीजल से काली कमाई करने वाले इतने बेलगाम हो चुके हैं कि उन्हें अब किसी के जान की भी परवाह नहीं है। परिवहन नियमों को ताक पर रखकर गाडिय़ां मॉडिफाई की जा रही हैं। पिकअप के पीछे ऑयल टैंकर जोडऩे का काम बहुत आसानी से हो जाता है। इसके
बाद बेस ऑयल का अवैध कारोबार तेजी से होता है। भंडारण वाली जगह से किसी ट्रांसपोर्टर को एक बार में 2000 लीटर तक
सप्लाई की जा सकती है। शुक्रवार को जोरापाली के पास हादसे में टाटा जेनॉन टैंकर सीजी 13
एक्स 5207 ने एक बाइक चालक को ठोकर मार दी। मौके पर ही युवक की मौत हो गई। इसकी पड़ताल की गई तो गाड़ी का पंजीयन अंकित अग्रवाल पिता बजरंग लाल अग्रवाल के
नाम पर मिलाा। लेकिन आरटीओ के रिकॉर्ड में गाड़ी लाइट गुड्स व्हीकल के के रूप में पंजीकृत है,मतलब ट्रॉली पिकअप। लेकिन गाड़ी मालिक ने इसके पीछे ऑयल टैंकर लगवाया था। ऐसे वाहनों के लिए अलग से नियम होते हैं।किसी गाड़ी को ऑयल टैंकर बनाया नहीं जा सकता, यह केवल वाहन निर्माता कंपनी ही कर सकती है। टाटा कंपनी ऐसा कोई छोटा ऑयल टैंकर लगा पिकअप नहीं बनाती।मतलब अवैध तरीके से टैंकर बनाया गया था,जिससे गाड़ी का बैलेंस ही खराब हो गया। टैंकर में बेस ऑयल या डीजल का अवैध परिवहन किए जाने की जानकारी मिली है। हादसे के समय भी इसमें कुछ मात्रा में पेट्रोलियम द्रव्य था जो हादसे के बाद रिस रहा था।
🔻वाहन मालिक को नोटिस
पुलिस की कार्रवाई भी सवालों के
घेरे में है।🔻
जिस वाहन से हादसा हुआ, उसका
आरटीओ रिकॉर्ड चेक ही नहीं किया गया है। अगर वाहन का डाटा देखा जाता तो आसानी से पता चल जाता कि गाड़ी एक पिकअप है, जिस पर गलत तरीके से टैंक लगाया गया है। पुलिस
ने वाहन मालिक को नोटिस जरूर दिया है। इस मामले में आरटीओ उडऩदस्ता भी संदेह के घेरे में है।शुक्रवार को हुआ हादसा आरटीओ,पुलिस और प्रशासन की नाकामी का परिणाम है।

गुड़ेली में भी मिला था छोटा टैंकर
खाद्य विभाग ने पिछले दिनों गुड़ेली
में भी एक क्रशर से अशोक लिलेंड कंपनी का टैंकर डास्ट जत किया था। इसका रिकॉर्ड देखा गया तो पता यह अंशुल अग्रवाल पिता नटवर अग्रवाल का है। जिले में आजकल यह छोटे तेल टैंकर बहुत ज्यादा संया में हो गए हैं। इनमें से कंपनी निर्मित बहुत कम हैं। बाकी मॉडिफाइड हैं, जैसा जोरापाली हादसे में पकड़ा गया टैंकर है। इन टैंकरों से जब अवैध परिवहन होता है तो ड्राइवर बेहद जल्दी में होते हैं, ताकि पकड़े न जाएं।

क्या कहते हैं चमन सिन्हा
शुक्रवार को हुए हादसे में वाहन मालिक को नोटिस दिया गया है। गाड़ी के बारे में जानकारी जुटा रहे हैं।
चमन सिन्हा,टीआई, कोतरा रोड