




रायगढ़।सारंगढ़ क्षेत्र के ग्राम पंचायत टिमरलगा में इन दिनों अडानी ग्रुप की कंपनी रायगढ़ एनर्जी जनरेशन की मनमानी अपने पूरे चरम पर हैं जो खुलेआम NGT की नियमों व गाइडलाइन्स की धज्जियाँ उड़ाने के साथ साथ रायगढ़ कलेक्टर के आदेशों की भी अवहेलना कर रहा है!! आगे पढ़े




💥💥क्या है पूरा मामला 💥💥 सारंगढ़ क्षेत्र के टिमरलगा के लात नाला किनारे से होकर गुजरता है। नाले और एनएच के बीच कई अवैध खदानें हैं,जिन्हें फ्लाई एश से पाटा जा रहा है।अवैध खनन की वजह से कई मीटर गहरी खाई की तरह खदानें बन चुकी हैं। फिलहाल फ्लाईएश की वजह से लात नाले का अस्तित्व समाप्त होने की कगार पर है। पर्यावरण विभाग ने कभी इस क्षेत्र में गंभीरता से जांच ही नहीं की। मामला अडाणी पावर के पावर प्लांट रायगढ़ एनर्जी जेनरेशन बड़े भंडार से जुड़ा हुआ है। मिली जानकारी के मुताबिक रायगढ़ एनर्जी से उत्सर्जित फ्लाई एश को टिमरलगा में ही लात नाले किनारे डाला गया है। इसे जब फैलाकर
समतल किया जा रहा है तो फ्लाई एश नाले में जा रहा है। इस वजह से नाले को पाटा जा रहा है।प्राकृतिक नाले की चौड़ाई पहले ही अवैध खनन की वजह से प्रभावित हुई है। अब तो नाले का अस्तित्व ही खत्म किया जा रहा है।हाल ही में एनजीटी ने नैसर्गिक नाले को
पाटकर उसकी दिशा बदलने के लिए जेएसपीएल को दोषी पाया और जुर्माना किया।लेकिन रायगढ़ जिले में लात नाले की तरह कई
प्राकृतिक जल स्रोतों को पाटा जा चुका है। फिर भी कहीं कोई सुगबुगाहट नहीं है।

रायगढ़ एनर्जी द्वारा फ्लाई एश पाटने का मामला जानकारी में आया है। इसकी जांच करवाएंगे। पूर्व में एसडीएम सारंगढ़ ने इसकी
अनुमति दी थी, लेकिन गड़बड़ी मिलने पर अनुमति निरस्त करवाई गई थी।
– एसके वर्मा, क्षेत्रीय पर्यावरण अधिकार




